टोंक। जिले के उनियारा थाना क्षेत्र के कुंडिया गांव में ग्राम पंचायत बालीथल द्वारा कुंडिया बीला ढाणी से बालीथल तक बनाई जा रही सीसी रोड़ के किनारे से जाली चीरे हटाने की बात पर मगंलवार को एक ही परिवार के दो पक्षों में आपसी कहासुनी के बाद बुधवार को जानलेवा हमला खूनी संघर्ष में बदल गया। धारदार हथियारों से हुए जानलेवा हमले में दोनों पक्षों की 2 महिलाओं समेत करीब आधा दर्जन लोग गंभीर घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हालत चिंताजनक होने पर टोंक व सवाई माधोपुर रैफर किया गया है।
उनियारा थाना प्रभारी धर्मेश दायमा ने बताया कि कुंडिया गांव में एक पक्ष से बंशीलाल मीणा (रिटायर्ड डीटीओ) तथा दूसरे पक्ष के आशाराम मीणा (अध्यापक) कुंडिया गांव में ग्राम पंचायत बालीथल द्वारा बीला ढाणी से बालीथल बैरवा ढाणी की ओर बनने वाली सीसी रोड़ के दोनों किनारे से खेत के जाली चीरे हटाने की बात पर मगंलवार को आपस में कहासुनी हो गई थीं।
वहीं दोनों के बीच पुरानी रंजिश भी बताई जा रही हैं। इसी बात को लेकर बुधवार सुबह मामले ने फिर से तूल पकड़ लिया और आपसी कहासुनी के बाद दोनों पक्ष के परिजनों के बीच आपस में मारपीट फिर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला व खूनी संघर्ष हो गया।
ग्रामीणों की सूचना पर उनियारा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मौका मुआयना कर घायलों को उनियारा सीएचसी अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर घायल अवस्था में आशाराम मीणा को टोंक तथा बंशीलाल मीणा को सवाई माधोपुर रैफर किया गया है। अन्य घायलों को भी रैफर किया गया हैं।
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थानाधिकारी की जानकारी अनुसार एक पक्ष के बंशीलाल मीणा ने 13-14 आरोपियों तथा दूसरे पक्ष के आशाराम मीणा ने 9-10 जनों के विरूद्ध जानलेवा हमले को लेकर नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।