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महापंचायत में उमड़ा जनसैलाब, नरेश मीणा की रिहाई को लेकर गरजे कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल

Crowd gathered in Mahapanchayat, Congress leader Prahlad Gunjal roared for the release of Naresh Meena.

टोंक, (चेतन वर्मा)। जिले के नगरफोर्ट में रविवार को एक ऐतिहासिक महापंचायत का आयोजन हुआ, जिसमें 35 से 40 हजार लोग शामिल हुए। यह महापंचायत निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा और समरावता गांव के निर्दाेष लोगों की रिहाई तथा राज्य सरकार के अधिकारियों के कथित अन्याय के खिलाफ आयोजित की गई। महापंचायत में राजस्थान के साथ-साथ मध्यप्रदेश से भी बड़ी संख्या में लोग और नेता शामिल हुए। टोंक-जयपुर रोड पर स्थित बंसल पेट्रोल पंप के सामने हुए इस आयोजन ने क्षेत्र में अभूतपूर्व भीड़ और लंबा ट्रैफिक जाम कर दिया।

प्रहलाद गुंजल का सरकार को अल्टीमेटम

महापंचायत को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने भजनलाल सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर सरकार 10 दिनों के भीतर निर्दाेष लोगों को रिहा नहीं करती तो जयपुर में बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने महापंचायत को नजरअंदाज किया तो पूरे राजस्थान में चक्का जाम होगा और जयपुर में अगला महापड़ाव डाला जाएगा। गुंजल ने आरोप लगाया कि समरावता की घटना ने जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आदिवासी और किसान समुदाय के खिलाफ जो रवैया अपनाया है, वह किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

समरावता घटना पर न्यायिक जांच की मांग

गुंजल ने मंच से समरावता घटना की न्यायिक जांच के लिए हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में कमेटी गठित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार के अधिकारी खुलेआम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए लोगों पर जबरन मतदान का दबाव बनाते हैं, और सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है। गुंजल ने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री भजनलाल यह मानते हैं कि यह कोई अपराध नहीं हुआ है, तो वे जनता से माफी मांगकर आंदोलन खत्म कर देंगे, लेकिन अगर यह अपराध है तो सरकार दोषियों पर कार्रवाई करे।

प्रताप सिंह खाचरियावास का तीखा प्रहार

महापंचायत में कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर नरेश मीणा और समरावता गांव के निर्दाेष लोगों को जल्द रिहा नहीं किया गया तो सचिवालय का घेराव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सचिवालय के दरवाजे बंद कर दिए जाएंगे, और कोई भी सरकारी कामकाज नहीं होने दिया जाएगा। खाचरियावास ने कहा कि समरावता गांव की महिलाओं ने जिस साहस का परिचय दिया है, वह प्रेरणादायक है।

करणी सेना ने भी जताया समर्थन

करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने महापंचायत को संबोधित करते हुए सरकार को चेतावनी दी कि अगर निर्दाेष लोगों को रिहा नहीं किया गया तो सर्व समाज के लोग जयपुर की ओर कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की, तो सर्व समाज आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।

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मध्यप्रदेश और राजस्थान के नेताओं की उपस्थिति

इस अवसर पर देवली उनियारा कांग्रेस के पूर्व विधायक रामनारायण मीणा, मध्य प्रदेश शयोपुर विधायक बाबूलाल झंडेल, पूर्व विधायक सिकरवार मध्य प्रदेश सतपाल, आदिवासी मीणा समाज प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व आईएएस के.सी. घुमरिया, पूर्व आईएएस टीकाराम मीणा, सरपंच संघ प्रदेश अध्यक्ष नेमीचंद मीणा, कांग्रेस नेता बूंदी सत्येश शर्मा, बाप पार्टी विधायक कृष्णा पटेल बागीदौरा बांसवाडा, देवली उनियारा निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की पत्नी सौम्या मीणा, टोंक जिला सरपंच संघ अध्यक्ष मुकेश मीणा, आर.डी. गुर्जर, रामदेव मीणा, क्रान्ति तिवारी, ब्रजेश शर्मा नीटू सहित सर्व समाज के लोगों ने महापंचायत को संबोधित किया।

महापंचायत का प्रभाव

महापंचायत में शामिल हुए हजारों लोगों ने सरकार से न्याय की मांग की और स्पष्ट संदेश दिया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे जयपुर में बड़ा आंदोलन करेंगे। महापंचायत के दौरान पूरे क्षेत्र में ष्भजनलाल सरकार होश में आओष् और ष्नरेश मीणा को न्याय दोष् जैसे नारे गूंजते रहे।

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