टोंक। जिले के देवली शहर में शुक्रवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना घटी, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। नगर पालिका देवली के वार्ड नंबर 3 के पार्षद प्रताप विश्वास और उनके साथी कुमोद पोद्दार का दिनदहाड़े फिल्मी अंदाज में अपहरण (Filmy style kidnapping in broad daylight) कर लिया गया।
यह वारदात देवली-नेकचाल मार्ग पर हुई, जब प्रताप विश्वास और कुमोद पोद्दार अपनी बाइक से नासिरदा से वापस लौट रहे थे। तभी अचानक सफेद रंग की एक थार गाड़ी ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इसके बाद थार से छह से अधिक लोग बाहर निकले और उन्होंने दोनों को जबरन गाड़ी में बिठा लिया।
अपहरणकर्ताओं ने दोनों को देवली के जयपुर रोड स्थित प्रताप नारायण कॉलोनी के पीछे एक मकान में ले जाकर बंद कर दिया। वहां पार्षद और उनके साथी को लोहे के पाइप से बेरहमी से पीटा गया। इस हमले में पार्षद प्रताप विश्वास का दायां पैर फ्रैक्चर (Councilor Pratap Biswas’s right leg fractured) हो गया, जबकि कुमोद पोद्दार को भी गंभीर अंदरूनी चोटें आईं। प्रताप विश्वास ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने पिस्तौल दिखाकर उन्हें जान से मारने की धमकी (The kidnappers showed a pistol and threatened to kill them) भी दी।
इस पूरी घटना के दौरान कुमोद के पास उसका फोन था, जिससे उसने कॉलोनी में एक व्यक्ति को सूचना दी कि उन्हें प्रताप नारायण कॉलोनी में ले जाया जा रहा है। इस सूचना के बाद देवली पुलिस और बंगाली समाज के लोग तुरंत हरकत में आए। वे मौके पर पहुंचे और मकान का दरवाजा खुलवाकर दोनों घायलों को बाहर निकाला। घायलों को तत्काल देवली उपजिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
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पार्षद प्रताप विश्वास ने बताया कि अपहरणकर्ताओं में से वह कुछ लोगों को पहचानते हैं, जिनमें बादल मीणा, दीपू गुर्जर, आलोक और आत्मराम व अन्य शामिल हैं। घटना के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश की जा रही है।