राजस्थान के धौलपुर के पड़ौसी जिला आगरा के खैरागढ़ में जहां एक तरफ पूरा गांव होलिका दहन में जुटा था तो वहीं एक ही परिवार के दो लोगों की मौत से पूरे गांव में मातम छा गया। कप्तान सिंह अपने छोटे बेटे सोनू की पत्नी रीमा को लेकर जांच करवाने धौलपुर के लिए घर से निकले थे, रास्ते में तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर गाड़ी (fast fortuner car) ने उन्हें टक्कर मार दी जिससे कप्तान और रीमा करीब 50 मीटर तक रोड़ पर घसीटते चले गए।
धौलपुर के एक गांव में होली की खुशियां मातम में बदल गईं जब एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब कप्तान सिंह अपनी छोटी बहू को लेकर बाइक से जा रहे थे और रास्ते में पैट्रोल डलवाने के लिए जा रहे थे कि तभी एक तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी जिससे कप्तान और रीमा करीब 50 मीटर तक रोड़ पर घसीटते चले गए।
स्थानीय लोग दुर्घटना होते देख मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को संभाला, लेकिन कप्तान सिंह की मौके पर ही मौत (Captain Singh died on the spot) हो गई थी। जबकि रीमा गंभीर रूप से घायल थी। रीमा को स्थानीय लोगों ने ऑटो में डालकर सीएचसी खेरागढ़ पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार देकर उसे आगरा के लिए रेफर कर दिया। रीमा गर्भवती थी। लेकिन डेढ़ घंटे तक एंबुलेंस न मिलने के चलते 23 साल की रीमा ने भी अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
इसके चलते गुसाए ग्रामीणों ने सीएचसी के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना मिलते ही एसडीएम संदीप यादव और एसीपी इमरान अहमद और कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची, ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण सीएचसी के कर्मचारियों पर कार्यवाही की मांग पर अड़े रहे। इसी नाराजगी के चलते ग्रामीणों ने करीब 4 घंटे कागारौल-खेरागढ़ मार्ग जाम रखा, जिससे यातायात बाधित रहा। प्रशासन के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम खोला।
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मामला यहीं नहीं थमा- कहा जा रहा है कि पुलिस के इशारे पर एंबुलेस चालक मृतकों की डेड बॉडी को लेकर दूसरे गेट से सीएचसी से भाग गया। जिससे लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और एंबुलेंस का पीछा कर कागारौल के पास एंबुलेंस पकड़ ली गई। जहां एंबुलेंस चालक और एक पुलिसकर्मी की लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। घटना को लेकर पूरे गांव में सन्नाटा छा गया है। इसके बाद देर रात ससुर-बहू का अंतिम संस्कार किया गया, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।