राजस्थान के धौलपुर में सेठ प्रताप चौराहा के पास स्थित पूर्व वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह की कोठी के निकट शुक्रवार देर शाम अतिक्रमण हटाने को लेकर विवाद हो गया। इसे लेकर भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने कलक्टर श्रीनिधि बीटी के साथ धक्का-मुक्की कर दी। जिसके बाद तड़के 3 बजे भारी पुलिस बल कांग्रेस नेता प्रदीप बोहरा को गिरफ्तार करने पहुंचा। लेकिन, करीब सुबह 6 बजे प्रदीप बोहरा अपने कुछ समर्थकों के साथ निहालगंज थाने पहुंचे। जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। बता दें कि प्रतीप बोहरा राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा के चाचा है।
गौरतलब है कि कुछ दिन से शहर में नगर परिषद व जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही हैं। पिछले साल बारिश में शहर की कॉलोनियां जलमग्न हो गई थी। ऐसे हालात से बचने के लिए एक नाले से अतिक्रमण हटाना शुरू किया। जैसे ही पूर्व मंत्री के आवास के पास नाले की खुदाई शुरू की गई तो विवाद हो गया। जबकि प्रदीप सिंह बोहरा का कहना है कि हमने किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया है। हम नाला खुलवाने में सहयोग कर रहे थे। आरोप बेबुनियाद है।
कलक्टर ने लगाए आरोप
इस मामले में धौलपुर कलक्टर श्रीनिधि बीटी का कहना है कि भवन के आगे नाले पर अतिक्रमण है। मैं वहां गेट पर गया था, कहा कि जेसीबी से नाला खोदना है। एक-दो लोगों ने हाथ पकड़ कर धक्का दिया।
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एसपी से भाजपा नेत्री ने की बहस
वहीं, शहर में देर रात अतिक्रमण हटाने और दबे नाले खुलवाने के दौरान जगन टॉकीज की चारदीवारी तोडऩे पर विवाद हो गया। भाजपा नेत्री नीरजा शर्मा की एसपी सुमित मेहरड़ा के साथ तीखी बहस हो गई। मौके पर जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी भी मौजूद थे।