Gold Price Hike in 2024: 2024 ने सोने के बाजार में जबरदस्त तेजी देखी। दुनिया भर में गोल्ड की कीमतें (Gold Prices) आसमान छू गईं, और इस साल सोना निवेशकों के लिए एक प्रमुख संपत्ति बनकर उभरा। भारतीय बाजार में सोने की कीमतें (Gold prices in indian market)अक्टूबर 2024 तक 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गईं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। पिछले एक साल में ही सोने के दामों में लगभग 30% का इजाफा (Gold prices increased by almost 30%) हुआ। लेकिन वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की ताजा रिपोर्ट ने संकेत दिया है कि यह तेजी अगले साल धीमी पड़ सकती है।
WGC ने क्यों जताई कीमतों में सुस्ती की आशंका?
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की आउटलुक रिपोर्ट (outlook report) के अनुसार, 2025 में सोने की कीमतों पर आर्थिक और राजनीतिक कारकों का बड़ा असर पड़ सकता है। सबसे बड़ा कारण अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों के परिणाम (US presidential election results) हैं। 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने न केवल अमेरिकी बाजारों पर, बल्कि वैश्विक बाजारों पर भी असर डाला है।
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में संभावित व्यापार युद्ध (ट्रेड वॉर) और बढ़ी हुई ब्याज दरें वैश्विक आर्थिक विकास को धीमा कर सकती हैं। अमेरिकी अर्थव्यवस्था के भीतर ट्रंप की नीतियां (Trump’s policies) स्थानीय बाजार को मजबूत कर सकती हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय निवेशकों (international investors) में अनिश्चितता बढ़ा सकती हैं।
चीन की खरीदारी का असर
2024 में सोने की कीमतों में तेजी का एक बड़ा कारण केंद्रीय बैंकों की भारी खरीदारी (Heavy purchases by central banks) रही। चीन का केंद्रीय बैंक, पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना, (Central Bank of China, People’s Bank of China) इस मामले में अग्रणी रहा। चीन और अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं ने अपने सोने के भंडार को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर खरीदारी की। इसके अलावा, जियो-पॉलिटिकल तनाव, जैसे पश्चिम एशिया और यूक्रेन के युद्ध, और फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति में ढील (Federal Reserve’s monetary policy relaxed) ने भी सोने की मांग को बढ़ावा दिया। हालांकि, 2024 के अंत तक अमेरिकी डॉलर की मजबूती (US dollar strength) के कारण सोने की कीमतों में तेजी का सिलसिला धीमा हो गया।
क्या 2025 में सोने की कीमतें फिर चढ़ेंगी?
कुछ विशेषज्ञ अभी भी सोने की कीमतों को लेकर आशावादी हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें फिलहाल 2,700 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस के करीब बनी हुई हैं। प्रमुख निवेश बैंक, जैसे गोल्डमैन सैक्स और यूबीएस (Goldman Sachs and UBS), अगले साल कीमतों में और वृद्धि की संभावना जता रहे हैं, गोल्डमैन सैक्स के अनुसार 2025 के अंत तक सोने की कीमतें 3,000 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं। जबकि यूबीएस एजी का अनुमान 2,900 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस का है।
दिल्ली में सोने के भाव
भारतीय बाजार में भी सोने की कीमतें मजबूत (Gold prices strong) बनी हुई हैं। दिल्ली में शुक्रवार को सोने की कीमतें 77,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब बंद हुईं।
सोने के भविष्य पर नजर
डब्ल्यूजीसी के अनुसार, 2025 में सोने की कीमतों (Gold prices in 2025) पर चीन के निवेशकों की गतिविधियों का खासा प्रभाव रहेगा। यदि चीन अपनी खरीदारी जारी रखता है तो कीमतों को सपोर्ट मिल सकता है। हालांकि, ट्रंप की नीतियां और वैश्विक ब्याज दरों में बढ़ोतरी कीमतों को दबाव में ला सकती हैं।
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निवेशकों के लिए संदेश
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव से संकेत मिलता है कि 2025 निवेशकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। बढ़ती ब्याज दरें और राजनीतिक अनिश्चितता के बीच सोना फिर भी एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना रह सकता है। हालांकि, निवेशकों को सतर्कता और बाजार की गहरी समझ के साथ ही कदम उठाने की सलाह दी जाती है।