मध्य प्रदेश के सागर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां आयकर विभाग की छापेमारी (Income Tax Department raid) के दौरान घर में चार मगरमच्छ पाए (Found four crocodiles in the house) गए। यह घटना उस समय हुई जब आयकर विभाग की टीम ने एक स्थानीय बीड़ी निर्माता, भवन निर्माण ठेकेदार और भाजपा के पूर्व पार्षद राजेश केसरवानी के ठिकानों पर छापा मारा। हालांकि आयकर अधिकारियों ने बरामदगी के बाद मगरमच्छों को लेकर कोई बयान नहीं दिया ।
मगरमच्छों की बरामदगी
मगरमच्छों की बरामदगी की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उन्हें सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू किया। मध्य प्रदेश के हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स असीम श्रीवास्तव ने बताया कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत इस मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मगरमच्छों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है और कोर्ट को इस संबंध में पूरी जानकारी दी जाएगी। फिलहाल मगरमच्छों की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
वन विभाग के अनुसार, यह मामला वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत दर्ज (Case registered under Wildlife Protection Act) किया गया है, जिसमें वन्यजीवों को बिना अनुमति रखने पर कड़ी सजा का प्रावधान है। असीम श्रीवास्तव ने यह स्पष्ट नहीं किया कि कुल कितने मगरमच्छ मिले हैं, लेकिन स्थानीय सूत्रों के अनुसार, घर से कुल चार मगरमच्छ बरामद किए गए हैं। इन मगरमच्छों को स्वास्थ्य जांच के बाद सुरक्षित स्थान पर भेजा जाएगा।
आसपास के इलाके में फैली सनसनी
घर से मगरमच्छ मिलने की खबर फैलते ही पूरे इलाके में हलचल मच गई। स्थानीय लोग इस अप्रत्याशित घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं। लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि आखिरकार घर में मगरमच्छ क्यों रखे गए थे। वन विभाग के अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या इन मगरमच्छों को अवैध रूप से पाला गया था या फिर किसी अन्य कारण से घर में रखा गया था।
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मगरमच्छों की स्वास्थ्य जांच जारी
वन विभाग की टीम ने बताया कि रेस्क्यू किए गए मगरमच्छों की प्राथमिक जांच पूरी हो चुकी है और उनकी स्थिति सामान्य है। आगे की जांच के बाद उन्हें सुरक्षित जलाशय या वन क्षेत्र में छोड़ा जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में विशेषज्ञों की टीम को शामिल किया गया है ताकि मगरमच्छों को सुरक्षित तरीके से उनके प्राकृतिक आवास में भेजा जा सके।