भारती एयरटेल, एक प्रमुख भारतीय टेलीकॉम कंपनी (Indian Telecom Company), ने 17 फरवरी 2025 को घोषणा की कि उसने अपनी नई ऑप्टिकल फाइबर सबमरीन केबल (SEAMEWE 6) को समुद्र में उतार दिया है। इस केबल के माध्यम से सिंगापुर और फ्रांस (Singapore and France) (मार्सिले) को जोड़ने का काम किया जाएगा। इससे भारत की वैश्विक कनेक्टिविटी को और भी मजबूती मिलेगी, और अंतरराष्ट्रीय डेटा ट्रांसफर की क्षमता में वृद्धि होगी। इस कदम के साथ एयरटेल ने तकनीकी क्षेत्र में अपनी शक्ति का और विस्तार किया है।
एसईए-एमई-डब्ल्यूई 6 (SEAMEWE 6) केबल की विशेषताएँ
एसईए-एमई-डब्ल्यूई 6 केबल 21,700 किलोमीटर लंबी है और यह भारतीय उपमहाद्वीप को सिंगापुर, मिस्र, मध्य पूर्व और पश्चिमी यूरोप से जोड़ने का काम करेगी। यह केबल ऑप्टिकल फाइबर तकनीक पर आधारित है, जो तेजी से डेटा ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करती है। इसके माध्यम से भारत को वैश्विक इंटरनेट ट्रैफिक के नेटवर्क में और मजबूती मिल सकेगी।
एयरटेल का कोर केबल नेटवर्क और निजी नेटवर्क
एयरटेल ने सिंगापुर, चेन्नई और मुंबई के बीच चार फाइबर जोड़ों का एक निजी नेटवर्क भी तैयार किया है, जो इसके कोर केबल के साथ पूरी तरह से जुड़ा हुआ है। यह कदम एयरटेल के डेटा ट्रांसफर की गति को और बढ़ाएगा। इसके अलावा, मुंबई और चेन्नई में ट्रांसकॉन्टिनेंटल केबल लैंडिंग को एयरटेल के डेटा सेंटर शाखा नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे इन सुविधाओं का पूर्ण एकीकरण हो सकेगा।
केबल प्रणाली की क्षमता और लाभ
यह 21,700 किलोमीटर लंबी केबल प्रणाली भारत में 220 टेराबाइट प्रति सेकंड (Tbps) की गति से डेटा ट्रांसफर की क्षमता प्रदान करेगी। यह भारत को एक और महत्वपूर्ण वैश्विक कनेक्टिविटी गेटवे बना देगा। एयरटेल ने बताया कि इस नई केबल के जरिए वैश्विक हाइपरस्केलर और व्यवसायों को अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी और डेटा सेंटर सेवाओं की सुगम पहुंच प्राप्त होगी।
एयरटेल के वैश्विक नेटवर्क में विस्तार
एयरटेल के वैश्विक नेटवर्क का विस्तार पांच महाद्वीपों तक फैला हुआ है। कंपनी ने अब तक दुनिया भर में 34 केबलों में निवेश किया है, जिनमें अफ्रिका, दक्षिण-पूर्व एशिया, जापान और यूरोप में विभिन्न प्रमुख केबल प्रणालियाँ शामिल हैं। इन केबलों के माध्यम से एयरटेल ने अपनी नेटवर्किंग क्षमताओं को और बढ़ाया है। इनकी मदद से कंपनी भारत को वैश्विक स्तर पर अन्य महाद्वीपों से जोड़ने में सफल रही है।
शरत सिन्हा का बयान
एयरटेल बिजनेस के निदेशक और सीईओ, शरत सिन्हा (Sharat Sinha, Director and CEO, Airtel Business) ने कहा, हमारी सुविधाओं में सबसे बड़ी केबल प्रणालियों में से एक को उतारकर वैश्विक कनेक्टिविटी को और मजबूत करना हमे गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि यह निवेश कंपनी के 4,00,000 किलोमीटर के वैश्विक नेटवर्क की ताकत को और बढ़ाएगा। एयरटेल का लक्ष्य भारत और अन्य देशों के बीच तेज़ और विश्वसनीय कनेक्टिविटी स्थापित करना है।
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एयरटेल के भविष्य की योजनाएँ
एयरटेल के पास आगे भी कई बड़े नेटवर्क निवेश की योजनाएँ हैं। कंपनी ने कई नई केबल प्रणालियों में निवेश किया है, जिनमें कुछ हालिया केबलों में 2 अफ्रिका, एसजेसी2 और इक्वियानो शामिल हैं। इसके अलावा, एयरटेल का सबमरीन नेटवर्क विभिन्न प्रमुख केबल प्रणालियों से जुड़ा हुआ है, जैसे आई 2 आई केबल नेटवर्क, यूरोप इंडिया गेटवे, और एसईए-एमई-डब्ल्यूई 4, जिससे वैश्विक कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने का लक्ष्य है।