जब हम किसी बच्चे को देखते हैं, तो पहली प्रतिक्रिया उनके गाल या माथे को किस करने की होती है। यह उनकी मासूमियत और प्यारे अंदाज के कारण होता है। लेकिन हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ लीसेस्टर की प्रिमरोज़ फ्रीस्टोन (Primrose Freestone of the University of Leicester) द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह सुझाव दिया गया है कि हमें नवजात शिशुओं को किस करने से बचना चाहिए।
शिशुओं को किस क्यों नहीं करना चाहिए?
नवजात शिशुओं का इम्यून सिस्टम (immune system) पूरी तरह से विकसित नहीं होता है, जिससे वे संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। जन्म के पहले तीन महीनों में शिशुओं का इम्यून सिस्टम बेहद कमजोर होता है। जो संक्रमण दूसरों के लिए हल्का होता है, वह शिशुओं के लिए गंभीर और जानलेवा हो सकता है।
अध्ययन में बताया गया है कि नवजात शिशुओं को बैक्टीरिया से संक्रमण का अधिक खतरा होता है। कुछ बैक्टीरिया जैसे इंट्रासेलुलर पैथोजन्स (intracellular pathogens) (जो मेजबान के सेल्स के अंदर प्रवेश कर सकते हैं) शिशुओं के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं। ऐसे संक्रमण से सेप्सिस, निमोनिया, मैनिंजाइटिस और ब्लड इंफेक्शन जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। यहां तक कि ई. कोलाई (E Coli) के ऐसे स्ट्रेन, जो बड़े बच्चों और वयस्कों के लिए हानिकारक नहीं होते, नवजात शिशुओं में सेप्सिस और निमोनिया का कारण बन सकते हैं।
शिशुओं को प्यार जताने के सुरक्षित तरीके
1. स्वच्छता बनाए रखें
- बच्चे को छूने से पहले अपने हाथ अच्छे से धोएं।
- गाल या चेहरे पर किस करने की बजाय, उनके पैरों या सिर के पीछे किस करें।
2. माता-पिता क्या कहें?
- माता-पिता को यह लग सकता है कि किसी मेहमान को बच्चे को किस न करने के लिए कहना अशिष्ट होगा। लेकिन बच्चे की सेहत को प्राथमिकता देते हुए, उनसे विनम्रता से ऐसा न करने का अनुरोध करें।
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3. संक्रमण की स्थिति में
- यदि किसी को संक्रमण है, तो बच्चे से मिलने से बचें, खासकर अगर बच्चा एक महीने से छोटा हो।
- यदि मिलना बहुत जरूरी हो, तो मास्क पहनें और बच्चे से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।