अमरावती। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी माहौल गरम है। शनिवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बैग की चुनाव आयोग (EC) अधिकारियों ने तलाशी ली। यह घटना अमरावती जिले के धामनगांव रेलवे में हुई, जहां राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एक चुनावी रैली के लिए पहुंचे थे।
राहुल गांधी का हेलीकॉप्टर जब धामनगांव रेलवे के हेलीपैड पर उतरा, तो चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की। अमरावती जिले की 8 विधानसभा सीटों में से एक धामनगांव रेलवे में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का दौरा हुआ।
कांग्रेस ने जताई नाराजगी
कांग्रेस ने इस कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई है। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक यशोमती ठाकुर ने कहा,
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बैग की तलाशी क्यों नहीं ली जाती?”
चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के तहत नेताओं के बैग की तलाशी का नियम लागू किया है। हालांकि, कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने इसे पक्षपातपूर्ण बताया है।
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने भी जताई नाराजगी
कांग्रेस के सहयोगी और शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी चुनाव आयोग की कार्रवाई पर सवाल उठाए। ठाकरे का बैग इसी सप्ताह दो बार चेक किया गया – पहले यवतमाल में और फिर लातूर में। शिवसेना (UBT) ने आरोप लगाया कि महायुति गठबंधन (BJP, शिवसेना और NCP) के नेताओं पर ऐसी कार्रवाई नहीं हो रही है।
महायुति नेताओं की भी हुई जांच
हालांकि, बाद में ऐसे वीडियो सामने आए जिनमें महायुति गठबंधन के नेताओं के बैग की भी तलाशी ली गई। इनमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार और केंद्रीय मंत्री अमित शाह और नितिन गडकरी के नाम शामिल हैं।
आचार संहिता के तहत कार्रवाई, पर पक्षपात के आरोप
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के लिए है। लेकिन विपक्ष ने इसे पक्षपात करार दिया है। देखना होगा कि यह मुद्दा चुनावी माहौल में कितना असर डालता है।