कोटा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों (ACB) जयपुर की टीम बुधवार को कोटा नगर विकास न्यास (UIT) के इंजीनियर कमल मीणा के घर, हॉस्टल व यूआईटी ऑफिस कोटा में सर्च की कार्रवाई (Search action in Engineer Kamal Meena’s house, hostel and UIT office Kota) को अंजाम दिया। आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुख्यालय के निर्देश के बाद एसीबी की टीम कार्रवाई के लिए कोटा पहुंची। ACB की टीम अलग-अलग जगहों पर पिछले 6 घंटे से मीणा के ठिकानों पर सर्च कर रही है।
कमल मीणा नगर विकास न्यास (UIT) में एक्सईएन पद पर कार्यरत हैं। वे समय से यूआईटी में पद स्थापित हैं। चंबल रिवर फ्रंट (Chambal River Front) सहित शहर में यूआईटी के द्वारा करवाए गए कई बड़े प्रोजेक्ट में शामिल रहे हैं। एसीबी टीम को बड़े स्तर पर काली कमाई का इनपुट मिला रहा था। सर्च की कार्रवाई के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा।
एसीबी की टीम (ACB team) सुबह साढ़े सात बजे ही कल्पना चावला सर्किल विवेकानन्द नगर स्थित कमल मीणा के घर पहुंची। जबकि एक-एक टीम बोरखेड़ा इलाके स्थित हॉस्टल और यूआईटी ऑफिस में भी फाइलों को खंगाला।
एसीबी डीआईजी कल्याण मीणा ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुख्यालय को इनपुट मिला था। जिस पर प्रथमिकी दर्ज हुई है। जयपुर व कोटा की टीमों द्वारा यूआईटी इंजीनियर कमल मीणा के घर व हॉस्टल पर सर्च की कार्रवाई की जा रही है।
सर्च कार्रवाई में आरोपी के घर व बैंक लॉकर से 37 तौला सोना (37 Tola gold recovered from accused’s house and bank locker) (करीब 370 ग्राम) 1किलो 500 ग्राम चांदी मिली है, इसके अलावा नगदी व उसके व परिजनों के नाम से अलग अलग जगहों पर 29 आवासीय व कृषि भूखंडों के दस्तावेज (Documents of 29 residential and agricultural plots) मिले है। आरोपी ने खुद व पत्नी के नाम से अवैध आय को कोटा, जयपुर, केशवरायपाटन बूंदी में आवासीय/व्यवसायिक/भूखंडों फ्लैटों व म्यूचल फंड, इंश्योरेंस सहित अन्य में निवेश किया हुआ था। फिलहाल सर्च अभियान जारी है। जिसमें और भी खुलासा होने की उम्मीद है। आरोपी इंजीनियर कमल मीना के ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है। आरोपी के विरूद्ध आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का प्रकरण पीसी एक्ट में दर्ज किया जाकर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।
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बता दें कि कमल मीणा राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड के सहायक अभियंता है, जो लंबे समय से डेपुटेशन पर नगर विकास न्यास कोटा में लगा हुआ है। इसके विरूद्ध आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में कोटा स्थित 3 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है। वैध आय से आनुपातिक रूप से कहीं अधिक परिसम्पत्तियों का खुलासा आवास एवं अन्य ठिकानों पर तलाश जारी है। गौरतलब है कि यूआईटी के इंजिनियर कमल मीणा के पास चंबल रिवर फ्रंट की बड़ी जिम्मेदारी भी थी, उसे रिवर फ्रंट के सबसे बेस्ट साइट का जिम्मा सौंपा हुआ था। एसीबी मुख्यालय जयपुर के निर्देश परACB की इन्टेलिजेंस इकाई ने आज उस पर कार्यवाही की है।