नई दिल्ली। हाल ही में सोने ने निवेशकों को शानदार लाभ दिया है, लेकिन शेयर बाजार आने वाले वर्षों में इसका मुकाबला करता नजर आ सकता है। हाल ही में एडलवाइस म्यूचुअल फंड ने रिपोर्ट दी कि अगले तीन वर्षों में शेयर बाजार या इक्विटी में निवेश करने वालों को सोने की तुलना में अधिक लाभ मिल सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, शेयर बाजार उच्चतम रिटर्न देने में सक्षम होता है जब अर्थव्यवस्था विकास की ओर बढ़ती है।
रिपोर्ट के अनुसार, Sensex-to-Gold Ratio से संकेत मिल रहे हैं कि शेयर बाजार आने वाले वर्षों में सोने से आगे निकल सकता है। किंतु बीते 25 वर्षों में सोने का औसत रिटर्न 12.55 प्रतिशत रहा है, जबकि बीएसई सेंसेक्स का औसत रिटर्न 10.73 प्रतिशत रहा है। लेकिन शेयर बाजार ने दीर्घकालिक निवेश में बेहतर काम किया है। बीते दशक के आंकड़ों को देखते हुए, सोना सिर्फ 36 प्रतिशत बार शेयर बाजार से अधिक रिटर्न दे सका है। यह दिखाता है कि लंबी अवधि में इक्विटी निवेशकों को अल्पकालिक गिरावट के बजाय अधिक लाभ हुआ है।
बढ़ती कीमतों के बावजूद सोने के बारे में अनिश्चितता
हाल ही में, एमसीएक्स (MCX) पर गोल्ड फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट ने अप्रैल के लिए 86,875 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जिसमें 0.21 प्रतिशत, या 189 रुपये की बढ़त दर्ज की गई। मार्च में ही सोने की कीमत 2,600 रुपये प्रति 10 ग्राम बढ़ी है। साथ ही, बाजार में अस्थिरता और मंदी की आशंका के कारण निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें नई ऊंचाई पर हैं। अमेरिका की व्यापार नीतियों और अन्य देशों की प्रतिक्रिया से बढ़ी आर्थिक अनिश्चितता ने सोने की मांग भी बढ़ा दी है।
निवेशकों को सोना या शेयर बाजार में क्या चुनना चाहिए?
शेयर बाजार और लंबे समय से सोने को निवेश के दो प्रमुख विकल्पों के रूप में देखा जाता है। शेयर बाजार वित्तीय संकट के दौरान अच्छा रिटर्न देता है, जबकि सोना स्थिरता प्रदान करता है। Adelevuis Mutual Fund की रिपोर्ट के अनुसार, आगामी वर्षों में आर्थिक वृद्धि से कंपनियों की कमाई में वृद्धि होगी, जिससे शेयर बाजार मजबूत होगा। यह संकेत निवेशकों को लॉन्ग टर्म ग्रोथ को ध्यान में रखते हुए इक्विटी में अधिक निवेश करने की सलाह देता है।
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हालांकि, सोना हमेशा एक सुरक्षित निवेश विकल्प रहेगा और विपरीत आर्थिक परिस्थितियों में भी इसका महत्व रहेगा। लेकिन शेयर बाजार लंबी अवधि में अधिक रिटर्न की उम्मीद करने वाले निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।