Security lapse: राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सुरक्षा में हुई चूक का मामला (Case of lapse in security of Chief Minister Bhajanlal Sharma) अभी तक ठंडा भी नहीं पड़ा था कि राज्य में एक और गंभीर सुरक्षा में चूक सामने आई है। इस बार यह मामला प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा के काफिले से जुड़ा है। चित्तौड़गढ़ से जयपुर लौटते समय डिप्टी सीएम के काफिले में अचानक एक ट्रक घुस आया (A truck suddenly entered the convoy of Deputy CM)। बताया जा रहा है कि ट्रक चालक नशे में था और ट्रक को लहराते हुए काफिले में घुसा दिया।
डिप्टी सीएम ने तुरंत स्थिति को भांपते हुए काफिले को रुकवा दिया। सुरक्षा में तैनात अधिकारियों को कड़ी फटकार (Strong rebuke to security officers) लगाई गई, जिसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया और ट्रक को जब्त कर लिया। इस घटना ने राज्य की वीआईपी सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने इस घटना के बाद हाईवे पर शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उनका कहना था कि यदि राज्य के उच्च पदों पर बैठे लोगों की सुरक्षा तक में इस प्रकार की लापरवाही हो सकती है, तो आम जनता की सुरक्षा को लेकर प्रशासन कितना सतर्क है, यह गंभीर चिंता का विषय है।

यह घटना मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सुरक्षा में हुई चूक के बाद आई है। जयपुर में आयोजित राजस्थान राइजिंग कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के काफिले में एक कार ने घुसकर टक्कर मार दी थी। उस हादसे में एक एसआई और कार चालक की मौत हो गई थी। सीएम भजनलाल ने खुद घायलों को अस्पताल पहुंचाया था। उस घटना में भी सीसीटीवी कैमरों के खराब होने का बहाना बनाकर पुलिस ने मामले की गहराई से जांच करने से बचने की कोशिश की थी।
ऐसा ही एक और मामला कुछ समय पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की सुरक्षा (Security of Vice President Jagdeep Dhankhar) में देखने को मिला था। एयरपोर्ट से लौटते समय उनके काफिले में अचानक गैस सिलेंडरों से भरा ट्रक घुस गया था। लगातार हो रही इन घटनाओं ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
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डिप्टी सीएम के काफिले में हुई इस घटना ने प्रदेश में वीआईपी सुरक्षा (vip security) मानकों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जब प्रदेश के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और यहां तक कि उपराष्ट्रपति की सुरक्षा में बार-बार चूक हो सकती है, तो आम जनता की सुरक्षा का क्या हाल होगा?