बूंदी। शहर के कागदी देवरा निवासी सेवानिवृत आरएएस अधिकारी की पुत्री को स्वायत्त शासन निकाय विभाग में नौकरी लगाने और यूआईटी और अन्य संस्थान से फ्लैट आवंटन करवाने के नाम पर 23 लाख 33 हजार रुपए एठने का मामला सामने आया है। फिलहाल कोतवाली थाना पुलिस ने परिवाद को लेकर जांच शुरू कर दी है।
कागदी देवरा निवासी रिटायर्ड RAS अधिकारी भेरूलाल वर्मा निवासी गणपत सदन ने कोतवाली थाना पुलिस को दिए परिवाद में आरोप लगाया कि कि वर्ष 2021 में आशीष माहेश्वरी निवासी उंदालिया की डूंगरी बूंदी उनके पास आया और कहा की तुम्हारी बड़ी बेटी अध्यापिका को अच्छी तरह से जानता हूं, आपकी एक बैटी भावना रानी जो मुखबधिर है को में स्वायत्त शासन विभाग में सरकारी नौकरी लगवा सकता हूं वहां मेरा अच्छा सेटिंग है। इस तरह झासें में लेकर उसने पहले तो 25000 हजार रूपये नगद ले लिए।
आरोप है कि उसके बाद उसकी बेटी के डाक्यूमेंट्स लेकर आशिष माहेश्वरी ने उसकी बेटी भावना रानी के नाम मूंखबधिर होने के कारण नोकरी से पहले यूआईटी से फ्लैट आवंटन होने व एक प्लेट अक्षम कल्याण संस्था से आवंटन कराने और तीसरा फ्लैट भी यूआईटी से आवंटन कराने के नाम पर अलग-अलग 47 बार में 23 लाख 33 हजार रूपये नगद ऐंठ लिए (Extorted Rs 23 lakh 33 thousand in cash in 47 times)।
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और अब कुछ फोन बंद कर लिए, कुछ फोन नंबर अभी चालू है, लेकिन फोन नही उठा रहा है। इसके बाद परिवादी Retired RAS officer ने शुक्रवार को कोतवाली थाना पुलिस को परिवाद दिया, जिसे कोतवाली थाना पुलिस ने जांच में लिया है। जांच अधिकारी अवधेश सिंह ने बताया कि परिवाद मिला है परिवाद के तथ्यों के आधार पर जांच की जा रही है, जांच में जो सामने आएगा उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।