जयपुर। राजस्थान के डिप्टी सीएम प्रेमचंद्र बैरवा के बेटे का नाम एक बार फिर सुर्खियों में आया है। इस बार मामला है 18 साल से कम उम्र में गाड़ी चलाने और सोशल मीडिया पर बिना सीट बेल्ट के रील बनाने का। नियमों का उल्लंघन करते हुए ड्राइविंग करने पर आरटीओ ने सख्त कार्रवाई करते हुए 7,000 रुपए का चालान बनाया (Made a challan of Rs 7,000) है।
यह मामला तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल (A video went viral on social media) हुआ, जिसमें बैरवा का बेटा और उसके दोस्त एक मॉडिफाइड कार में रील बनाते नजर आ रहे थे। वीडियो के बाद हंगामा मच गया, और देखते ही देखते यह मामला राज्य के राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का विषय बन गया।
वायरल वीडियो बना चर्चा का विषय
करीब एक हफ्ते पहले वायरल हुए इस वीडियो में न केवल डिप्टी सीएम के बेटे को, बल्कि उसके दोस्तों को भी बिना सीट बेल्ट के तेज गति में गाड़ी चलाते हुए देखा गया था। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि गाड़ी का अवैध मॉडिफिकेशन भी किया गया था, जो नियमों का सीधा उल्लंघन है।
डिप्टी सीएम आये बचाव में बोले- बच्चे का कोई दोष नहीं
जब मामला गर्माया, तो डिप्टी सीएम प्रेमचंद्र बैरवा (Deputy CM Premchandra Bairwa) ने सफाई देते हुए अपने बेटे का बचाव किया। उन्होंने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे डिप्टी सीएम बनने का मौका दिया। मेरे बेटे को भी अब अच्छी गाड़ियां देखने का मौका मिला है। यह उसकी गलती नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि उनका बेटा किसी बाहरी पैसे वाले की गाड़ी में बैठा था और उसने कोई नियम नहीं तोड़ा।
किस आधार पर कटा चालान?
आरटीओ द्वारा भेजे गए चालान में तीन मुख्य उल्लंघनों का जिक्र किया गया है-
- मॉडिफिकेशन- गाड़ी में बिना अनुमति के मॉडिफिकेशन करने के चलते नियम 182(4) के तहत 5,000 रुपए का जुर्माना।
- बिना सीट बेल्ट लगाये वाहन चला रहे थे ड्राइवर और यात्री ने भी नहीं लगाई थी सीट बेल्ट, जिसके चलते 194B(1) के तहत 1,000 रुपए का जुर्माना किया।
- खतरनाक ड्राइविंग- हाथ में कम्यूनिकेशन डिवाइस लेकर ड्राइविंग करने पर 184(C) के तहत 1,000 रुपए का जुर्माना।
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आखिर ये मामला क्यों बना इतना बड़ा मुद्दा?
राजनीति और सत्ता से जुड़े लोगों का नाम किसी भी विवाद में आते ही यह एक बड़ा मुद्दा बन जाता है। बैरवा के बेटे के इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं, खासकर तब जब कानून के रखवालों से जुड़े लोग खुद नियमों का उल्लंघन करते नजर आते हैं।