उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर की नूर ने अपने सपनों को हकीकत में बदलते हुए लंदन के प्रतिष्ठित क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी में दाखिला हासिल किया है। नूर, जो एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं, अब अंतरराष्ट्रीय संबंधों में स्नातक की पढ़ाई करने लंदन जाएंगी। खास बात यह है कि उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। इसके लिए सरकार ने उन्हें 1.10 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने का फैसला किया है। इसके साथ ही नूर को हर महीने 1 लाख रुपये का स्टाइपेंड भी मिलेगा, जिससे उनके रहने और खाने का खर्च आसानी से पूरा हो सकेगा।
बचपन से था विदेश में पढ़ाई का सपना
नूर की इस अद्वितीय उपलब्धि (This unique achievement of Noor) के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और अटूट संकल्प है। बचपन से ही उनका सपना था कि वे विदेश में पढ़ाई करें और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का नाम रोशन करें। उनकी मां, नौसिन खान, ने बताया कि नूर शुरू से ही पढ़ाई में बहुत मेधावी थीं। घर की आर्थिक स्थिति कठिन होने के बावजूद, उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और इसके साथ-साथ परिवार की मदद के लिए ऑनलाइन काम भी किया। उनकी 10वीं में 65ः और 12वीं में 80ः अंक आए, जिसके बाद उन्होंने लंदन में पढ़ाई करने का मन बना लिया।
साधारण परिवार से निकली नूर की असाधारण उड़ान
नूर का परिवार आर्थिक रूप से साधारण है। उनके पिता एक छोटे व्यवसायी हैं और उनकी मां की पढ़ाई पूरी नहीं हो सकी। इसके बावजूद, नूर ने अपने सपने को साकार करने के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार किया। उन्होंने लंदन के लिए तैयारी करते हुए लगातार वहां की पत्रिकाएं पढ़ीं और शिक्षा के साथ-साथ आर्थिक चुनौतियों का भी सामना किया। यह उनकी मेहनत और दृढ़ता का ही परिणाम है कि आज उन्हें लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी में दाखिला (Admission to Queen Mary University of London) मिला है, जो दुनिया की 120वीं शीर्ष रैंकिंग वाली यूनिवर्सिटी है।
अंतरराष्ट्रीय संबंधों में बैचलर डिग्री के साथ भविष्य की ओर
नूर लंदन में अंतरराष्ट्रीय संबंधों में स्नातक की डिग्री प्राप्त करेंगी (Noor will pursue a bachelor’s degree in international relations in London)। उनका मुख्य फोकस भारत के इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बढ़ते प्रभाव पर रहेगा। नूर ने कहा- मुझे शुरू से ही इस बात में रुचि रही है कि भारत खुद को वैश्विक शक्ति के रूप में कैसे स्थापित कर रहा है। भारत की विशाल मानव संसाधन क्षमता और समृद्ध सांस्कृतिक पूंजी इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धी बनाती है। साथ ही, चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भारत की कूटनीति, सैन्य, और आर्थिक नीतियां वैश्विक शक्ति संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप योजना से नूर के सपनों को मिली उड़ान
नूर का चयन राजस्थान सरकार की स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप योजना (Swami Vivekananda Scholarship Scheme) के तहत किया गया है। इस योजना के तहत राज्य सरकार नूर की तीन साल की ट्यूशन फीस के रूप में 1.10 करोड़ रुपये (Rs 1.10 crore as Noor’s tuition fees for three years) का भुगतान करेगी। इसके अलावा, उनके भोजन और अन्य दैनिक खर्चों के लिए उन्हें हर महीने 1 लाख रुपये का स्टाइपेंड (Stipend of Rs 1 lakh every month) दिया जाएगा, जो तीन साल में कुल 36 लाख रुपये होगा।
यह योजना नूर जैसी होनहार छात्राओं के लिए एक बेहतरीन मौका है, जो अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से न केवल अपने सपनों को साकार कर रही हैं, बल्कि अपने राज्य और देश का नाम भी रोशन कर रही हैं। नूर की यह उपलब्धि उन सभी छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो अपने सपनों को पंख देने की कोशिश कर रहे हैं।