बूंदी। जिले के हिंडोली थाना क्षेत्र के बड़ानयागांव की नहर में बुधवार शाम को अचानक मगरमच्छ दिखाई देने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। भयभीत ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मगरमच्छ का सुरक्षित रेस्क्यू किया।
हिंडोली रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी तेजपाल मीणा ने बताया कि हिंडोली उपखंड अधिकारी को सूचना मिलते ही उन्होंने रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के उपवन संरक्षक संजीव शर्मा को सूचित किया। निर्देशानुसार, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व की टीम और हिंडोली रेंज के कर्मियों ने संयुक्त प्रयास करते हुए बड़ानयागांव अटवाल फार्म हाउस के सामने स्थित नहर से मगरमच्छ का रेस्क्यू किया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन को टीम ने निडरता और कुशलता के साथ अंजाम दिया।
ग्रामीणों में भय, मगरमच्छ का रेस्क्यू देख राहत
मगरमच्छ को नहर में देखकर ग्रामीणों में भय का माहौल था। लोग खेतों में जाने से भी डरने लगे थे। मगर रेस्क्यू टीम के साहसिक कार्य ने उन्हें राहत की सांस दी। रेस्क्यू ऑपरेशन में रेंजर तेजपाल मीणा, चन्द्रप्रकाश गौतम (फोरेस्टर), विवेक शर्मा, भगवान सिंह हाड़ा, बहादुर सिंह, और तुलसी राम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रेस्क्यू के बाद लगभग 8-10 फीट लंबे इस मादा मगरमच्छ को सुरक्षित चंबल नदी में छोड़ा गया।
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बारिश के कारण नहरों में आ रहे मगरमच्छ
रेस्क्यूर युधिष्ठिर मीना ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण जलाशयों और बांधों का पानी ओवरफ्लो हो गया है। ऐसे में पानी की निकासी के दौरान मगरमच्छ नदियों और जलाशयों से बहकर नहरों में आ जाते हैं, जिससे आसपास के क्षेत्रों में खतरा बढ़ जाता है। टीम द्वारा किए गए इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन ने जहां एक ओर मगरमच्छ को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया, वहीं ग्रामीणों ने भी राहत की सास ली।