मतगणना कार्य की मॉनिटरिंग करते रहे जिला निर्वाचन अधिकारी और एसपी
बूंदी। जिले की हिंडोली, केशोरायपाटन और बूंदी सहित तीनों विधानसभाओं की मतगणना सुबह 8 बजे से बूंदी के पीजी कॉलेज में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त (Tight security arrangements in Bundi’s PG College) के बीच शुरू हुई। यहां जिले के तीनों ऑब्जर्वर और जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ रविंद्र गोस्वामी, जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव लगातार मतगणना एवं सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग करते रहे।
सबसे पहले पोस्टल बैलट के मतों की गिनती की गई। उसके बाद ईवीएम मशीन बारी-बारी से खोली गई। विधानसभावार हाल में 11 टेबल लगाई गई थी, जिन पर ईवीएम और पोस्टल बैलट की काउंटिंग की गई। राउंडवार मतगणना का परिणाम काउंटिंग रूम में लगे बोर्ड पर दर्शाया गया। बूंदी विधानसभा के मतों का गिनती 29, हिंडोली 26, और केशोरायपाटन के 27 राउंड में की गई।
बूंदी विधानसभा सीट पर शुरुआती रुझान में कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा मामूली अंतर से पिछड़े, उसके बाद लगातार उनको बढ़त मिलती गई। जो अंतिम समय तक जारी रही। बीच-बीच में मतों का अंतर कम ज्यादा होता रहा। लेकिन अंततः कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा ने जीत दर्ज की। बतादं किे इससे पहले कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा भाजपा के अशोक डोगरा से मात्र 713 मतों से चुनाव हार गए थे।
हिंडोली से कांग्रेस के अशोक चांदना पहले राउंड से ही बढ़त में बने रहे। पहले राउंड में ही उन्हें करीब 5000 मतों की बढ़त मिली। यह बढ़त लगातार बढ़ती गई और आंकड़ा 45000 के पार चला गया। संभवतः यह अशोक चांदना की सबसे बड़ी जीत मानी जा रही है। हिंडोली को लेकर जहां भाजपा की जीत के दावे किए जा रहे थे और एग्जिट पोल भी भाजपा की जीत बता रहे थे। वही अशोक चांदना के बेहतर मैनेजमेंट और चुनावी रणनीति के दम पर भारी मतों से भाजपा के प्रभुलाल सैनी को पराजित कर एक बार फिर हिंडोली क्षेत्र में अपना दबदबा कायम रखा।
इसी तरह केशोरायपाटन से कांग्रेस के सीएल प्रेमी को पहले राउंड से ही बढ़त मिलती गई जो लगातार बढ़ती गई जो लास्ट में जाकर भारी अंतर में बदल गई और यहां से कांग्रेस के सीएल प्रेमी बेरवा चुनाव जीत भाजपा के पालें से छिनकर ले जाने में कामियाब रहे।
मतगणना के बीच सुबह से बारिश का दौर लगातार जारी रहा। वर्षा और ठंड के बावजूद कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल बना रहा। बरसात और सर्दी के बावजूद भी कार्यकर्ता बरसात हल्की होते ही वह रुकते ही सीनियर हाई सेकेंडरी स्कूल के बाहर अपने नेता के समर्थन में नारेबाजी करते नजर आए। वही कई कार्यकर्ता मैरिज गार्डन और होटल पर ठहरकर अपने प्रत्याशी की जीत का इंतजार करते रहे। जैसे-जैसे रुझान आते गए हार जीत का अंतर बढ़ता गया वैसे ही जीतने वाले प्रत्याशियों के समर्थकों में उत्साह बढ़ता गया।