नई दिल्ली। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और कारोबारी धीरज साहू ने आयकर की छापेमारी के बाद पहली बार मीडिया में बयान दिया है। साहू के ठिकानों से ईडी ने 350 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया था। इस पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि छापेमारी में जो कैश बरामद किया गया है, वो मेरी शराब की कंपनियों का है। शराब का कारोबार नकदी में ही होता है और इसका कांग्रेस पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।
धीरज साहू ने कहा कि मैंने झारखंड में कई विकास कार्य किए हैं और हमेशा गरीबों की मदद की है, जो नकदी बरामद की गई है वह मेरी पक्की रकम है, मेरा परिवार दस दशकों से भी अधिक समय से शराब का कारोबार चला रहा है। शराब के कारोबार का सौदा नकदी में होता है। व्यवसाय मेरे परिवार के लोग चलाते थे। आईटी की छापेमारी में जो कैश मिला है, वह किसी राजनीतिक दल का नहीं है। वहां मेरी व्यापारिक फर्म के लिए नकदी रखी गई थी।
साहू ने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि यह पैसा मेरे परिवार की कंपनियों का है, आयकर विभाग को यह तय करने दो कि यह काला धन है या सफेद धन। मैं बिजनेस लाइन नहीं हूं, मेरे परिवार के सदस्य इसका जवाब देंगे। मुझे नहीं पता कि लोग इसे कैसे देख रहे हैं, लेकिन मैं यह विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है।