टोंक। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत (Social Justice and Empowerment Minister Avinash Gehlot) शुक्रवार को टोंक जिले के दौरे पर रहे। इस दौरान मंत्री ने देवली और निवाई में राजकीय अंबेडकर छात्रावासो का औचक निरीक्षण किया (Minister conducts surprise inspection of government Ambedkar hostels in Deoli and Niwai)। देवली के दूनी की दुर्गापुरा ढाणी में स्थित छात्रावास में एक भी बच्चा नहीं मिला। वहीं निवाई में निरीक्षण के दौरान 4 बच्चे फर्जी मिले (4 children found fake during inspection)।
जिस पर मंत्री ने छात्रावास अधीक्षक राजेंद्र चौधरी को फौरन सस्पेंड करने के आदेश दिए, जिस पर अधीक्षक को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमिताओं की जाँच के लिए राजेन्द्र कुमार शर्मा, उप निदेशक (छात्रावास), मुख्यालय को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि छात्रावास में 50 स्टूडेंट्स के लिए स्वीकृति है। इसमें से 38 स्टूडेंट का हॉस्टल में नामांकन है। जब सामाजिक न्याय मंत्री ने रजिस्टर चेक किया तो उसमें 25 बच्चों की उपस्थिति (Presence of 25 children) दिखा रखी थी। मगर हॉस्टल में एक भी स्टूडेंट नहीं था (There was not a single student in the hostel) । जब वॉर्डन भागचंद चौधरी से कारण पूछा तो उसने बताया कि सभी अपने साथी का जन्मदिन मनाने के लिए बाहर गए हैं। इसके बाद मंत्री ने गाड़ी भेजकर बच्चों को हॉस्टल बुलाया और जानकारी ली।
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निवाई में 4 स्टूडेंट मिले फर्जी
इसके बाद अविनाश गहलोत राजकीय अंबेडकर छात्रावास निवाई के औचक निरीक्षण पर पहुंचे। यहां उन्हें 4 बच्चे फर्जी मिले। उन्होंने बताया कि छात्रावास अधीक्षक राजेंद्र चौधरी ने रजिस्टर में 39 बच्चों का रजिस्ट्रेशन दिखाया हुआ था। छात्रावास में 13 बच्चे मिले, इनमें 4 फर्जी बच्चे पाए गए। जिस पर मंत्री के हॉस्टल वार्डन को फौरन सस्पेंड करने के निर्देश पर तुरंत प्रभाव से निलंबित किया गया। इस दौरान मंत्री अविनाश गहलोत ने छात्रावास में रसोई, शौचालय की साफ सफाई की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।