उदयपुर के सब सिटी सेंटर इलाके में एक बेहद चौंकाने वाली घटना घटी, जिसने स्थानीय लोगों और पुलिस दोनों को हैरानी में डाल दिया। यह मामला पंचायत समिति के एक सदस्य से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने होटल के कमरे में घुसकर खुद को बाथरूम में बंद कर लिया। इस अप्रत्याशित घटना ने न केवल होटल स्टाफ बल्कि पूरे इलाके को हिला कर रख दिया।
पंचायत समिति के सदस्य मुकेश गाडरी, जो भूपालसागर क्षेत्र से संबंधित हैं, बीती रात उदयपुर के सब सिटी सेंटर स्थित होटल प्रज्ञा में अचानक पहुंचे। होटल में घुसते ही उन्होंने एक कमरे का रुख किया और वहां मौजूद बिस्तर का गद्दा लेकर सीधे बाथरूम में चले गए। इसके बाद उन्होंने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। जब होटल का स्टाफ उनसे बाहर आने की अपील करता रहा, तो मुकेश ने बार-बार एक ही बात दोहराई, “मैं बाहर नहीं आऊंगा, तुम लोग मुझे मार डालोगे।” उनकी इस हरकत ने होटल स्टाफ को असमंजस में डाल दिया, जिसके बाद होटल संचालक ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
हिरण मगरी थाना पुलिस कुछ ही देर में मौके पर पहुंची। मुकेश के बार-बार मना करने के बावजूद, पुलिस ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद बाथरूम का दरवाजा तोड़ा और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान बाथरूम के दरवाजे समेत होटल के अन्य हिस्सों में भी तोड़फोड़ हुई, जिससे होटल को काफी नुकसान हुआ। पुलिस ने तुरंत मुकेश गाडरी के मोबाइल से उनके रिश्तेदारों का नंबर निकाला और उन्हें बुलाया। परिजन होटल पहुंचने के बाद मुकेश को अपने साथ ले गए।
घटना के बाद खुलासा हुआ कि मुकेश गाडरी टोने-टोटके का शिकार हो गए थे। उनके रिश्तेदारों ने बताया कि कुछ समय पहले मुकेश किसी तंत्र विद्या की चपेट में आ गए थे। इस कारण से वह देवी-देवताओं और तांत्रिक विधियों से खुद को ठीक करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ गई, और वे अजीब व्यवहार करने लगे।
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इस घटना के बाद, पुलिस ने होटल संचालक की शिकायत के बावजूद कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। पुलिस ने इसे एक मानसिक और आध्यात्मिक समस्या मानते हुए मामले को उनके परिवार पर छोड़ दिया। होटल प्रज्ञा के मालिक ने हालांकि इस बात पर नाराजगी जताई कि इस हरकत के कारण उनके होटल में काफी तोड़फोड़ हुई और नुकसान हुआ।