मुख्य आरोपी पुलिस गिरफत से बाहर, सरगर्मी से तलाश जारी
बूंदी। राजस्थान के बूंदी शहर में हुई शिक्षक मनीष मीणा की हत्याकांड (Murder case of teacher Manish Meena) ने पूरे क्षेत्र सनसनी पैदा करदी थी। इस हत्याकांड को लेकर पुलिस ने कड़ी मेहनत करते हुए 48 घंटों के भीतर ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार (Three accused arrested) कर लिया है। हालाँकि, मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है और उसकी तलाश जारी है। इस केस में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और अपराधियों की सार्वजनिक परेड से लोगों में अपराध के प्रति सख्त संदेश गया है।
हत्या और गिरफ्तारी का घटनाक्रम
घटना सोमवार देर शाम की है जब बूंदी के लंका गेट अम्बेडकर सर्किल के पास शिक्षक मनीष मीणा की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई था। यह मामला तुरंत ही चर्चा का विषय बन गया। पुलिस ने अपनी जांच तेज करते हुए 10 टीमों का गठन (Formation of 10 teams) किया और पूरे इलाके में सघन खोजबीन की। इसके परिणामस्वरूप बुधवार की रात को तीन आरोपियों- सोनू पुत्र किशन बैरवा, दीपक पुत्र भवानी शंकर खटीक और विशाल पुत्र छितर रैगर को बूंदी के भीमलत के जंगल से गिरफ्तार (Arrested from Bhimlat forest) कर लिया गया।

एएसपी उमा शर्मा के निर्देशन में कार्रवाई
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा ने विशेष इनाम घोषित किया था। ASP उमा शर्मा के निर्देशन में और सदर थाना अधिकारी भगवान सहाय मीणा की अहम भूमिका में यह कार्यवाही सफल हुई।
जंगलों में छिपे थे आरोपी, पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा
डीएसपी अरुण मिश्रा (DSP Arun Mishra) ने जानकारी दी कि घटना के बाद आरोपी भीमलत के जंगलों में छिप गए थे, जहाँ वे फरारी काट रहे थे। एसपी राजेंद्र मीणा के निर्देश पर ASP उमा शर्मा के सुपरविजन में पुलिस ने जंगल में दबिश दी और आरोपियों को घेरकर पकड़ लिया। इस कार्रवाई में पुलिस ने चारों दिशाओं से इलाके की घेराबंदी कर रखी थी।

मुख्य आरोपी अब भी फरार
इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी (Main accused of murder) गुरुप्रीत सिंह उर्फ गोपी, जो नमाना थाना क्षेत्र के बरखेड़ा का निवासी है, अब भी फरार है। डीएसपी मिश्रा ने बताया कि पुलिस की टीम लगातार गुरुप्रीत को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है और उम्मीद है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
“अपराध करना पाप है, पुलिस हमारी बाप है।”
आरोपियों की शहर में पैदल परेड से जनता में संदेश
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने गुरूवार को आरोपियों की शहर के मुख्य बाजारों में हथकड़ी लगाकर पैदल परेड कराई गई। खोजा गेट से लेकर लंका गेट तक यह परेड निकाली गई, जिसमें आरोपी बार-बार कहते सुनाई दिए, “अपराध करना पाप है, पुलिस हमारी बाप है।” (“Committing crime is a sin, the police is our father.” ) पुलिस ने इसे एक सख्त संदेश के रूप में प्रस्तुत किया जिससे अपराधियों में भय और आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े। इसके बाद पुलिस कट्रोल रूम से अदालत तक पैदल परेड कराई जिसे लोग टकटकी लगाये हैरत से देते नजर आये।
पुलिस परेड का असर और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
पुलिस परेड के दौरान भारी संख्या में लोग अपने मोबाइल पर वीडियो बनाते देखे (Watch video being made on mobile) गए। जब पुलिस आरोपियों को लेकर लंका गेट स्थित घटनास्थल पर पहुंची, तो वहां का दृश्य देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस परेड के वीडियो तुरंत ही सोशल मीडिया पर वायरल (viral on social media) हो गए, जिनमें लोग पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना करते नजर आ रहे हैं।
यह भी पढ़े: अज्ञात हमलावरों ने अध्यापक पर चाकूओं से किया ताबड़तोड़ वार, उपचार के दौरान हुई मौत
पुलिस की त्वरित कार्रवाई पर जनता में विश्वास
इस पूरी घटना में पुलिस ने जिस तरह से त्वरित कार्रवाई की और आरोपियों को गिरफ्तार कर जनता में विश्वास पैदा किया है, उसकी सराहना हो रही है। पुलिस अधीक्षक राजेंद्र मीणा ने बताया कि मुख्य आरोपी की तलाश जारी है, और जल्द ही वह भी पुलिस की गिरफ्त में होगा।