भीषण दुर्घटना के बाद प्रबंधन प्रणाली व कर्मियों की प्रभावशीलता को परखा
बूंदी। सड़क दुर्घटना के बाद घायलों की मदद तथा घटना स्थल पर राहत कार्य शुरू करने की तैयारियों को परखने के उद्देश्य से शुक्रवार को जिला कलक्टर अक्षय गोदारा व पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा के निर्देश पर नेशनल हाईवे स्थित बूंदी टनल के पास भीषण दुर्घटना का मॉक ड्रिल (Mock drill of horrific accident near Bundi Tunnel) किया गया। भीषण दुर्घटना के बाद प्रबंधन प्रणाली और इससे जुड़े कर्मियों की प्रभावशीलता का आंकलन करने के लिए इस ड्रिल का आयोजन किया गया।
पुलिस नियंत्रण कक्ष से हाईवे स्थित टनल के आगे भीषण दुर्घटना की सूचना पर कुछ ही पलों में अतिरिक्त जिला कलक्टर घनश्याम शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उषा शर्मा सहित संबंधित प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। साथ ही चिकित्सा विभाग मय एंबुलेंस, नगर परिषद अग्निशमन, क्रेन, पुलिस जाब्ता, स्काउट गाइड, सिविल डिफेंस के कार्मिक भी तुरंत मौके पर पहुंच गए।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए व्यवस्थाओं को और अधिक चुस्त दुरूस्त बनाने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है। मॉक ड्रिल के माध्यम से भीषण दुर्घटना के दौरान घायलों को तुरंत उपलब्ध करवाए जाने वाले उपचार सहित अन्य बचाव और राहत कार्यों की तैरियां को परखा गया है।
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सभी ऐजेंसिया समय पर पहुंची और राहत कार्य में जुट गई। इस दौरान सहायक कलक्टर व कार्यवाहक नगर परिषद आयुक्त भावना सिंह, पुलिस उपअधीक्षक नरेन्द्र पारीक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी.सामर, तहसीलदार अर्जुनलाल मीणा आदि मौजूद रहे।