जयपुर। लोकसभा चुनावों से पहले राजस्थान बीजेपी कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका देने जा रही (Rajasthan BJP is going to give a big blow to Congress Party) है। बड़ी संख्या में कांग्रेस के पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक बीजेपी में शामिल होने जा रहे (Former Congress minister and former MLA are going to join BJP) हैं। पूर्व कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, पूर्व गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा, विजयपाल मिर्धा, खिलाड़ीलाल बैरवा, आलोक बेनीवाल, कांग्रेस नेता रामपाल शर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता बीजेपी में शामिल होंगे।
बीजेपी सूत्रों के अनुसार रविवार को 11 बजे बीजेपी मुख्यालय में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं की जॉइनिंग होने जा रही है। सीएम भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी की मौजूदगी में कांग्रेस नेता बीजेपी में शामिल होंगे।
गहलोत सरकार में कृषि मंत्री और यूपीए सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रहे लालचंद कटारिया (Lalchand Kataria) की विधानसभा चुनावों के दौरान भी बीजेपी में जाने की अटकलें थी। लालचंद कटारिया ने इस बार झोटवाड़ा से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था। लालचंद कटारिया के साथ उनके दामाद और डेगाना से पूर्व विधायक विजयपाल मिर्धा, उनके समधी पूर्व कांग्रेस विधायक रिछपाल मिर्धा भी बीजेपी जॉइन करेंगे (Former Congress MLA Richpal Mirdha will also join BJP)।
ज्योति मिर्धा के बीजेपी में जाने के वक्त से ही रिछपाल मिर्धा और विजयपाल मिर्धा के बीजेपी में जाने के कयास लग रहे थे। विजयपाल मिर्धा को डेगाना से कांग्रेस का टिकट मिला, लेकिन हार गए। रिछपाल मिर्धा ने हाल ही बीजेपी के पक्ष में खुलकर बयान दिए थे। रिछपाल मिर्धा ने कहा था कि बीजेपी राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज करेगी। कांग्रेस में जनाधार वाले नेताओं की कद्र नहीं बची है। लालचंद कटारिया विधानसभा चुनावों के वक्त से ही साइलेंट हैं, लेकिन वे बीजेपी के केंद्रीय नेताओं के संपर्क में थे। कटारिया और राजेंद्र यादव कई बार दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मिल चुके हैं।
वहीं, राजेंद्र यादव गहलोत सरकार में गृह राज्य मंत्री थे। वे लंबे समय तक जयपुर ग्रामीण के कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी रहे थे। राजेंद्र यादव के ठिकानों पर विधानसभा चुनाव से पहले आयकर ने छापे मारे थे। पोषाहार घोटाले को लेकर भी उनकी कंपनी पर छापेमारी हुई थी। उस वक्त राजेंद्र यादव ने खुलकर कहा था कि उन्होंने कोई गड़बड़ नहीं की और वे झुकेंगे नहीं।
इधर, आलोक बेनीवाल गुजरात की पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमला बेनीवाल के पुत्र हैं। आलोक बेनीवाल पिछली बार कांग्रेस से टिकट कटने पर बगावत करके शाहपुरा से निर्दलीय चुनाव जीते थे।
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इसके बाद उन्होंने पूरे पांच साल अशोक गहलोत और उनकी सरकार को समर्थन दिया था। इस बार विधानसभा चुनावों में आलोक बेनीवाल का टिकट काट दिया तो फिर निर्दलीय लड़े, लेकिन चुनाव हार गए। आलोक बेनीवाल के समधी और कांग्रेस सेवादल के पूर्व प्रदेश मुख्य संगठक सुरेश चौधरी भी उनके साथ बीजेपी जॉइन करेंगे।