टोंक, (चेतन वर्मा)। जिले के सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बनास नदी पर बने रपट को पार करते समय बहे एक बुजुर्ग का शव गुरुवार सुबह ईसरदा डेम के गेट पर मिला। शव घटना स्थल से लगभग 5 किलोमीटर दूर और घटना के 22 घंटे बाद मिला है।
गुरुवार सुबह करीब 7ः30 बजे बनेठा कस्बे के पास, बनास नदी के ईसरदा बांध (Isarda Dam of Banas River) की ओर गए सूरजमल केवट और हनुमान केवट को पानी में तैरता हुआ शव दिखाई दिया। दोनों युवक नदी में तैरकर शव को बाहर लाने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान करीब 8 बजे एसडीआरएफ टीम ने युवकों की मदद से बोट के सहारे शव को बाहर निकालकर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने शव को टोंक सआदत अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
एसडीआरएफ टीम के सदस्य राजेंद्र गुर्जर ने बताया कि बनेठा निवासी नाथूलाल माली (60) पुत्र रोडू लाल माली और उसका भाई भंवरलाल माली बुधवार सुबह करीब 10 बजे अपने बीमार रिश्तेदार से मिलने मंडावर जा रहे थे। बनास नदी पर बने रपट पर आधा फीट पानी बह रहा था। बाइक पर पीछे बैठे बड़े भाई भंवरलाल माली ने रपट पार करते समय सतर्कता बरतने की सलाह दी और खुद पैदल चलने लगे। जब नाथूलाल बाइक लेकर रपट के बीच पहुंचा, तो अचानक बाइक फिसल गई।
नाथूलाल के बाइक फिसलते ही उसने बाइक को पकड़ लिया। यह देख पीछे चल रहे भंवरलाल तेजी से उसके पास आए और उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन नाथूलाल फिसलकर पानी में बहने लगा। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने भंवरलाल को तो बचा लिया, लेकिन नाथूलाल बह गया।
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एसडीआरएफ की टीम ने नाथूलाल की तलाश बुधवार शाम तक जारी रखी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। गुरुवार सुबह 6 बजे से फिर से तलाश शुरू की गई। करीब 8 बजे निर्माणाधीन ईसरदा डेम के गेट पर घटना स्थल से 5 किलोमीटर दूर उसका शव दिखाई दिया। ग्रामीणों के अनुसार, मृतक नाथूलाल खेती-बाड़ी करता था। उसके परिवार में 3 बेटियां और 2 बेटे हैं। शव मिलने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।