जयपुर। राजस्थान में इसी सप्ताह विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है। इससे पहले कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान (Congress announces name of Leader of Opposition) कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक आज इस नाम का ऐलान किया जा सकता है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष के नामों का ऐलान पहले ही कर चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट को दूसरी जिम्मेदारी दिए जाने के चलते उनके प्रतिपक्ष का नेता बनाए जाने की संभावना ना के बराबर है।
नेता प्रतिपक्ष के लिए कांग्रेस इस बार किसी नए चेहरे पर दावं खेल सकती है। प्रमुख दावेदारों में हिंडौली विधायक अशोक चांदना (Hindauli MLA Ashok Chandna) का नाम सबसे आगे है। हालांकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा (State Congress President Govind Singh Dotasara) और बायतू विधायक हरीश चौधरी (Baytu MLA Harish Chaudhary) के नाम भी आगे आ रहे हैं लेकिन पहले डोटासरा के पास पहले से ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद है। ऐसे में किसी गैर जाट को यह पद दिया जा सकता है। गैर जाट में एसबीसी से अशोक चांदना, एसटी वर्ग से महेन्द्रजीत मालवीय, मुरारीलाल मीणा और एससी में टीकाराम जूली के नाम दावेदारों में शामिल (Tikaram Julie’s name included among the contenders) हैं।
तीन बार विधायक रह चुके चांदना राहुल गांधी की युवा टीम का हिस्सा रहे चुके हैं और लगातार 7 सालों तक राजस्थान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं। कांग्रेस जब राजस्थान में 21 सीटों पर सिमट गई थी तब भी चांदना बड़े अंतर से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। इस बार हुए विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने भाजपा के दिग्गज प्रभुलाल सैनी को हराया है। इसके अलावा विधानसभा में चांदना का ट्रेक रिकॉर्ड भी शानदार रहा है। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष के लिए अशोक चांदना का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है।
इधर, गहलोत सरकार में मंत्री रहे टीकाराम जूली का नाम भी चर्चा में है। जूली राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख दलित चेहरा माने जाते हैं। सोशल मीडिया एक्स पर चल रही दावेदारी की माने तो जूली को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाएगा। जबकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी गोविंद सिंह डोटासरा संभालते रहेंगे। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी तक कोई घोषणा नहीं हुई है।
टीकाराम जूली के संबंध में पोस्ट से इतर राजस्थान के कुछ सियासी जानकारों का कहना है कि पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो फिर राजस्थान में कांग्रेस के अगले कप्तान यानी कि पीसीसी चीफ के रूप में आलाकमान दलित कार्ड खेलते हुए टीकाराम जूली को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बना सकती है।
नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में और भी कई नाम
वहीं कयास लगाए जा रहे है कि इस दौड़ में और भी कई नाम हैं। अगर डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया जाता है तो कांग्रेस टीकाराम जूली पर भी दांव खेल सकती है। इनके अलावा नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर कई अन्य नाम भी चर्चा में है। इनमें शांति धारीवाल, डॉ. रघु शर्मा, हरीश चौधरी व महेंद्र जीत सिंह मालवीय का नाम भी चल रहा है। अब देखना है कि पार्टी किसे नेता प्रतिपक्ष बनाती है।
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दिल्ली पहुंचे गहलोत, पायलट, डोटासरा
बतादें कि राजस्थान में 19 जनवरी से विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है। ऐसे में कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष पर मंथन तेज हो गया है। दिल्ली में आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में एक बड़ी बैठक होने वाली है। जिसमें शामिल होने के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट दिल्ली पहुंच चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि आगामी दो-तीन दिन में कांग्रेस राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है।