बूंदी। हिडोंली थाना क्षेत्र में दो बच्चों को जबरन भगवा कपडे़ पहनाकर और बाल कटवाकर बंधक बनाने की सूचना (Information about two children being held hostage by forcibly dressing them in saffron clothes and getting their hair cut) झूंठी निकली। दोनो बच्चों के चचेरे भाई की शिकायत पर रविवार को पुलिस तालाब गांव गौशाला पहुंची और दोनो बालकों के बयान लिए गए। जिसमें दोनो बच्चों ने अपनी मर्जी से आने रहने की बात कही। इसके बाद दोनो बालको को बाल कल्याण समिति (CWC) बूंदी के सुपुर्द कर दिया है। जहां उनकी काउंसलिग की जा रही है। दोनों बच्चों के पिता का काफी समय पहले देहांत हो गया था। मां कही ओर चली गई है। शिकायत में गौशाला संचालक एक महाराज पर 1 महीने से बंधक बनाकर अपने पास रखने का आरोप लगाया था।
थानाधिकारी पवन मीणा के अनुसार केशोरायपाटन क्षेत्र के रडी चडी गांव के दो नाबालिग बच्चों को एक गौशाला संचालक द्वारा जबरन बंधक बनाने की जानकारी सोशल मीडिया पर मिली थी। तालाब गांव में संचालित गौशाला के संचालक रामलखन दास महाराज पर उनके चचेरे भाई ने बच्चों को बंधक बनाने की शिकायत देकर आरोप लगाया था।
बंधक बच्चों के चचेरे भाई ने बताया कि बच्चों के माता-पिता नहीं है। बच्चों को पहले भी कई बार छुड़ाने का प्रयास, लेकिन कथित बाबा टस से मस नहीं हुआ। बाद में पुलिस ने बच्चों को बाबा के चंगुल से छुड़ाया। दोनों बच्चों की उम्र करीब 13-14 साल बताई। वहीं, हिंडोली थानाधिकारी पवन मीणा को पूछताछ में बच्चों ने बताया कि हम खुद की मर्जी से आश्रम में रहने आए थे। बाबा ने हमारे ऊपर कोई दबाव नहीं बनाया और न ही परेशान किया। पुलिस ने बच्चों को बाबा के आश्रम से निकालकर बाल कल्याण समिति को सौंप दिया है।
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बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पौद्दार ने बताया कि दोनो बालक सीडब्ल्यूसी की निगरानी में है, उनकी काउंसिलिंग की जा रही है। ये तीन भाई है, पिता की मौत हो चुकी है और मां कहीं चली गई है। दोनो पहले भी कई बार बाल कल्याण समिति में आ चुके है। ये ऐसे ही घुमते रहते है। यह अच्छी बात है कि अभी तक गलत संगत में आकर कोई अपराध नहीं किया।