बूंदी। जिले की तीनों विधानसभाओं पर पहली बार कांग्रेस का कब्जा हुआ है, यहां कभी एक सीट पर कांग्रेस तो कभी दो सीटों पर भाजपा जीतती आई है। यह पहला मौका है जब कांग्रेस यहां तीनों सीटें जीतने में सफल हुई है। बूंदी विधानसभा सीट पर लगातार तीन बार से विधायक का चुनाव जीतकर हेट्रिक लगा चुके भाजपा के अशोक डोगरा चुनाव हार गए हैं। बूंदी सीट पर चुनाव जीते कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। इससे पहले वह 2003 में हिंडोली व 1985 में बूंदी से विधायक और राज्य मंत्री रह चुके हैं।
अशोक चांदना ने लगाई हेट्रिक
वही हिंडोली विधानसभा सीट पर कांग्रेस के विधायक पूर्व मंत्री अशोक चांदना यहां लगातार तीसरी बार चुनाव जीत कर हेट्रिक लगाने में सफल रहे हैं। यहां अशोक चांदना को विकास के नाम पर जबरदस्त वोट मिले है। यहां कांग्रेस के अशोक चांदना 2013 से लगातार चुनाव जीत रहे है। उन्होंने अपना पहला चुनाव 2013 में 18453 मतों से जीता, जबकि 2018 में दुसरा चुनाव 30541 वोटों से जीता। जबकि तीसरी बार में जीत का अंतर बढ़ाकर 45 हजार 04 मतों तक पहुंचानें में कामयाब रहे।
CL बेरवा दूसरी बार विधायक बने
केशोरायपाटन विधानसभा सीट से कांग्रेस के सीएल प्रेमी बेरवा दूसरी बार विधायक बने हैं। इससे पहले वह 2008 से 2013 तक कांग्रेस के विधायक रह चुके है। एक बार कांग्रेस और एक बार निर्दलीय के रूप में हार चुके हैं। वर्तमान में कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी है। प्रेमी के कांग्रेस के जिलाध्यक्ष होते हुए उनके कार्यकाल में जिले में कांग्रेस को जिले की तीनों सीटे मिली है जो कांग्रेस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। प्रेमी ने इसे सरकार की योजनाओं और जिले में कार्यकर्ताओं की मेहनत का यह परिणाम बताया है।
ये बोले विजेता प्रत्याशी
- कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा ने अपनी जीत का श्रेय प्रदेश कांग्रेस सरकार की योजनाओं और क्षेत्र में लगातार 5 साल किए गए कार्य व क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की मेहनत को दिया है।
- बूंदी से हिंडोली से अशोक चांदना ने अपनी जीत का श्रेय क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं को देते हुए क्षेत्र के चहुमुखी विकास इसका प्रमुख कारण बताया है। साथ उन्होंने कांग्रेस सरकार की योजनाओं का फायदा मिलना भी इस जीत में बड़ा कारण बताया है।
- केशोरायपाटन से कांग्रेस प्रत्याशी और सीएल प्रेमी ने अपनी जीत का श्रेय क्षेत्र की जनता को दिया है। उन्होंने कहा कि जो विश्वास क्षेत्र की जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन पर किया है उस पर वह खरा उतरने का प्रयास करेंगे। गहलोत सरकार की योजनाओं और कार्यकर्ताओं की मेहनत कामयाब हुई है।