in ,

ACB ने डेढ़ लाख की रिश्वत लेते RAA के बाबू को पकड़ा, आरोपी ने कहा- ऊपर तक देने पड़ते हैं पैसे

ACB caught RAA Babu taking bribe of Rs 1.5 lakh, the accused said - the money has to be paid up to Rs.

अलवर शहर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए RAA के बाबू जितेंद्र मीणा को डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि बाबू ने स्टे तुड़वाने के बदले रिश्वत मांगी थी और यहां तक कहा था कि ऊपर तक पैसे देने पड़ते हैं, इसलिए रकम कम नहीं हो सकती।

तीन साल पहले खरीदी थी जमीन, स्टे लगने से फंसा मामला

पीड़ित ने बताया कि उसने स्कूल संचालन के लिए तीन साल पहले 28.5 बीघा जमीन खरीदी थी। लेकिन जमीन पर चचेरे भाई ने हिस्से का दावा करते हुए स्टे लगवा दिया। इसके बाद पीड़ित ने SDM कोर्ट में मामला दायर किया, जहां SDM ने उसके पक्ष में फैसला सुनाया।

हालांकि, इस फैसले के बावजूद समस्या खत्म नहीं हुई। बाबू जितेंद्र मीणा ने विपक्षी पार्टी से मिलीभगत करके दोबारा अलवर और अजमेर से स्टे लगवा दिया। पीड़ित का आरोप है कि जितेंद्र मीणा पहले भी विपक्षी पक्ष से पैसे लेकर स्टे लगवाने में मदद करता था।

स्टे तुड़वाने के लिए डेढ़ लाख की मांग

पीड़ित रमन के अनुसार, बाबू ने उससे छह जनवरी को मुलाकात की और साफ शब्दों में कहा कि स्टे हटाने के लिए डेढ़ लाख रुपये लगेंगे। बाबू ने यह भी कहा कि यह पैसा सिर्फ उसका नहीं है, बल्कि ऊपर तक पहुंचाना पड़ता है। मजबूर होकर पीड़ित ने ACB से संपर्क किया और शिकायत दर्ज करवाई।

रिश्वत लेते समय रंगे हाथ पकड़ा

आज (9 जनवरी) को तय योजना के तहत पीड़ित ने डेढ़ लाख रुपये लेकर बाबू से संपर्क किया। बाबू जितेंद्र मीणा ने अलवर कोर्ट के पास गाड़ी में आकर पीछे की सीट पर बैठते हुए रुपये गिनने शुरू कर दिए। जैसे ही बाबू ने पैसे गिनने शुरू किए, ACB की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे रंगे हाथों दबोच लिया।

ACB अधिकारियों के अनुसार, जब बाबू ने ACB टीम को देखा तो वह घबरा गया और रुपये सड़क पर फेंकने लगा। लेकिन टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत की राशि भी जब्त कर ली।

पहले भी कर चुका है कई मामलों में स्टे हटाने का काम

ACB के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र मीणा ने बताया कि आरोपी जितेंद्र मीणा अक्टूबर 2022 से बाबू के पद पर तैनात था। वह कोटपूतली-बहरोड़ जिले के बानसूर कस्बे का रहने वाला है। जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि जितेंद्र मीणा पहले भी कई मामलों में स्टे हटाने के नाम पर रिश्वत ले चुका है।

आरोपी से हो रही पूछताछ,अन्य मामलों में खुलासे की उम्मीद

ACB की टीम अब आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने अब तक कितने मामलों में इसी तरह की गतिविधियां की हैं। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस मामले में अन्य अधिकारी भी शामिल हैं। आरोपी को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा।

ऊपर तक पहुंचता था रिश्वत का पैसा

पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि बाबू ने रिश्वत मांगते समय कहा था कि उसे RAA और अन्य अधिकारियों को भी पैसा देना पड़ता है। इसी कारण उसने डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी।

यह भी पढ़े: सरपंच और VDO ने 7.80 लाख का बिल पास करने की एवज में मांगा कमीशन, ACB ने रंगे हाथों पकड़ा

ACB की सतर्कता से बड़ी सफलता

ACB की इस कार्रवाई ने एक बार फिर से भ्रष्टाचार के जाल को उजागर किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र मीणा ने कहा कि इस मामले में आगे भी कई अहम खुलासे हो सकते हैं। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए इस तरह की कार्रवाई बेहद जरूरी है।

सिटी न्यूज़ राजस्थान चैनल को फॉलो करें।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Theft in thief's house: Friend turned out to be the thief, took away DJ's goods worth Rs 15 lakh

चोर के घर चोरी: दोस्त ही निकला चोर, 15 लाख का डीजे का सामान ले उड़ा

ACB arrested senior municipal assistant red handed while taking bribe of Rs 10 thousand

नगरपालिका का वरिष्ठ सहायक 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते ACB ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार