टोंक। शहर में अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई (Action on illegal slaughter houses) शुरू हो गई है। जिला प्रशासन द्वारा गठित कमेटी ने शनिवार को टोंक उपखण्ड अधिकारी के नेतृत्व में करीब एक दर्जन बाड़ों यानी स्थाई निर्माणों को अवैध रूप से पशुवध में काम लेते हुए पाए जाने के संदेह में सीज कार्रवाई शुरू की है।
कलेक्टर डॉ. सौम्या झा के निर्देश के बाद SDM के नेतृत्व में जयपुर-कोटा नेशनल हाईवे 52 और मोतीबाग क्षेत्र (National Highway 52 and Motibagh area) में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस दौरान मीट आयातित कारोबारियों ने भी अपने लिए भूमि आवंटन की मांग प्रशासन के सामने रखी। पिछले कुछ दिनों से टोंक में अवैध बूचड़खानों और अवैध मांस की दुकान को लेकर दोनों पक्षो के प्रदर्शन और ज्ञापन दिए गए थे।
ज्ञात रहे कि हाल ही में अवैध बूचड़खाने हटाओ समिति (Committee to remove illegal slaughter houses) से जुड़े हुए सदस्यों ने कलेक्टर डॉ. सौम्या झा से मुलाकात कर इस मामले में कार्रवाई की मांग की। इसे गंभीरता से लेते हुए कि कलेक्टर ने 24 घंटे में ही एक्शन लिया। उनके निर्देश पर भारी पुलिस जाप्ते के साथ दोपहर को एसडीएम कपिल शर्मा, नगर परिषद कमिश्नर ममता नागर और तहसीलदार रामधन गुर्जर हाईवे पर स्थित बूचड़खानों पर पहुंचे। मौके पर ही नगरपरिषद ने एक दर्जन से अधिक अवैध बूचड़खानों को सील कर दिया (More than a dozen illegal slaughter houses sealed)।
नगर परिषद कमिश्नर ममता नागर ने बताया कि पिछले दिनों शिकायत मिली थी कि आबादी क्षेत्र में चल रहे अवैध बूचड़खानों से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दुर्गंध से लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। जिस पर नगर परिषद ने वहां सर्वे किया था। रोक के बावजूद भी अवैध रूप से वहां बूचड़खाने चलाए जा रहे थे, जिन पर कड़ी कार्रवाई की है।
पहले दिया था नोटिस
एसडीएम कपिल शर्मा ने बताया कि पहले टीम ने सर्वे किया था। इसके बाद कमेले में 16 व मोतीबाग में 10 अवैध बूचड़खाने पाए गए, जिन्हे नोटिस दिया गया। जिनके द्वारा सही जवाब नहीं मिलने पर एक दिन पूर्व 24 घंटे का नोटिस दिया गया। आज टीम अवैध बूचड़खाने में पहुंची। जहां एक-एक कर एक दर्जन बूचड़खानों पर सील लगा दी।
समिति संयोजक विष्णु गुप्ता ने बताया ने भाजपा सांसद, जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से मिलकर अवैध बूचड़खानों के निर्माणों को ध्वस्त करने की मांग है। इसके अलावा 18 जनवरी को आंदोलन को गति देने के लिए शहर में जुलूस निकालने की चेतावनी भी दी है। शनिवार को प्रशासन की भवनों को सीज करने की कार्रवाई को इसी से जोड़कर भी देखा जा रहा है कि शहर में सौहार्द का वातावरण न बिगड़े।
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कुरेशी समाज के अध्यक्ष बोले-
अवैध बूचड़खानें सीज किए जाने की कार्यवाही को लेकर कुरेशी समाज के बादशाह खान ने कहा कि मीट के कारोबार से टोंक में 2 हजार से ज्यादा लोग जुड़े हैं।जिनसे इनके परिवार के हजारों सदस्यो का पालन पोषण हो रहा है। हमारे परिवार के लिए भी प्रशासन को ध्यान देते हुए हमें जगह का आवंटन हो और मांस की दुकानो के लाइसेंस जारी किए जाए।