भरतपुर। भरतपुर जिले में चंबल प्रोजेक्ट की पाइपलाइन बिछाने के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। रविवार सुबह करीब 8ः30 बजे, जंगी के नगला के पास खुदाई की साइट पर मिट्टी ढहने से एक ही परिवार के 10 लोग टनों मिट्टी में दब गए। इस दर्दनाक घटना में 3 महिला और एक युवक की मौत हो गई, जबकि 2 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है।
यूपी के रहने वाले थे सभी श्रमिक
गहनौली थाना अधिकारी विजय सिंह ने बताया कि यह हादसा जंगी के नगला के पास उस जगह हुआ जहां पाइपलाइन के लिए करीब 10 फीट गहरी खुदाई की जा रही थी। खुदाई से निकली मिट्टी को भरने के लिए उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी स्थित उट्टू गांव के 10 लोग आए थे। मिट्टी भरने के दौरान ही अचानक मिट्टी का एक बड़ा हिस्सा ढह गया और वे सभी उसमें दब गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि ये सभी लोग दूसरे गांव से आए थे। हादसे के तुरंत बाद 4 लोग खुद ही गड्ढे से बाहर निकलने में सफल रहे।
रेस्क्यू ऑपरेशन और मृतकों की पहचान
हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने मिट्टी में दबे 6 लोगों को बाहर निकाला। इनमें से 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि एक महिला ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान अनुकूल (22 वर्ष), योगेश कुमारी (25 वर्ष), विनोद देवी (55 वर्ष), विमला देवी (45 वर्ष) के रूप में हुई है।
वहीं, दिनेश 38 वर्ष, पुत्र नाहर सिंह और जयश्री 50 वर्ष, पत्नी विजेंद्र गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने के लिए जेसीबी और अन्य संसाधनों का इस्तेमाल किया गया।
जिला कलेक्टर कमर-उल-जमान ने जानकारी दी कि हादसे वाली साइट से कुल 6 लोगों को रेस्क्यू किया गया था। इनमें से 4 लोगों को परिजन रास्ते में ही एक प्राइवेट अस्पताल ले गए, लेकिन दुर्भाग्यवश 2 लोगों को आरबीएम अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। कलेक्टर के अनुसार, अब तक कुल 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 2 का इलाज जारी है।
यह भी पढ़े: जयपुर की युवती से कोटा में रेप, परिचित ने झांसा देकर किया दुष्कर्म
यह घटना चंबल प्रोजेक्ट की साइट पर सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है, जिसकी जांच की जा रही है।