कोटा। वन विभाग की टीम ने कोटा में मॉन्स्टर लिजर्ड (मॉनिटर छिपकली) के प्राइवेट पार्ट की तस्करी का बड़ा भंडाफोड़ किया है। इस मामले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से 28 मॉन्स्टर लिजर्ड के प्राइवेट पार्ट (“हाथा जोड़ी”) बरामद किए गए हैं। इसके अलावा, बारहसिंगा के सींग, लेपर्ड (तेंदुए) के नाखून और एक जिंदा कछुआ भी जब्त किया गया है। वन विभाग ने शिकार में उपयोग होने वाले फंदे भी मौके से बरामद किए हैं। यह कार्रवाई वन्यजीवों की तस्करी से जुड़े एक बड़े नेटवर्क का संकेत देती है, जिसकी जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी नयापुरा क्षेत्र में कछुआ तस्करी करते हुए एक युवक को पकड़ा गया था।
बोगस ग्राहक बनकर किया भंडाफोड़
वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बालिता रोड स्थित झुग्गी-झोपड़ियों में अवैध गतिविधियां चल रही हैं। इस सूचना पर, वन विभाग ने एक वनकर्मी को बोगस ग्राहक बनाकर भेजा। वनकर्मी ने दीपक पुत्र केशु बावरी (उम्र 50 वर्ष) से “हाथा जोड़ी” (मॉनिटर लिजर्ड के नर गुप्तांग) का सौदा किया। 200 रूपये प्रति नग के हिसाब से 2 नग हाथा जोड़ी खरीदी गईं। कार्यालय में जांच के बाद पुष्टि हुई कि बरामद हाथा जोड़ी असली थी।
इसके बाद, डब्ल्यूसीसीबी (Wildlife Crime Control Bureau) टीम के सहयोग से 100 नग हाथा जोड़ी का सौदा तय किया गया। दीपक ने इसके लिए 3000 रूपये की अग्रिम राशि की मांग की, जिसे पेटीएम के माध्यम से भुगतान किया गया। बाकी राशि डिलीवरी के बाद देने की बात कही गई।
अभेडा और बालिता में छापेमारी
दीपक और जयराम बावरी 28 नग हाथा जोड़ी और 4 सींग लेकर वनकर्मी के साथ नांता आए, जहां उन्हें एटीएम से पैसा निकालना था। यहीं पर दीपक को अभेडा में गिरफ्तार कर लिया गया और 28 नग हाथा जोड़ी तथा 4 नग सींग जब्त कर लिए गए।
इसके उपरांत, जयराम के फोन से पुनः 100 नग हाथा जोड़ी लाने के लिए एक महिला सहयोगी को कहा गया, जिसने त्रिकुटा पर माल सप्लाई करने की बात कही। हालांकि, महिला को शक होने पर वह वहां नहीं आई।
शाम को, पुलिस की मदद से वनाधिकारी बालिता कुन्हाड़ी स्थित झुग्गी-झोपड़ियों में पहुंचे और तलाशी ली। लेकिन तब तक सभी अवैध सामग्री वहां से हटा ली गई थी। वन विभाग को संदेह है कि बालिता में लगभग 100 झुग्गी-झोपड़ियां इस प्रकार के वन अपराधों में लिप्त हो सकती हैं।
इसके बाद, नांता में ही नहर के पास स्थित झुग्गी-झोपड़ियों में छापा मारा गया। यहां से 6 नग फंदे, 2 जिंदा कछुए, 2 नग पक्षियों के नाखून, एक लेपर्ड का अंगूठा, और कुल्हाड़ी, चाकू जैसे हथियार बरामद हुए। इस स्थान पर केवल महिलाएं और बच्चे ही मौजूद थे। बरामद सभी सामग्री जब्त कर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार मुल्जिमों को शुक्रवार सुबह कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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ऑपरेशन में शामिल टीमें
इस महत्वपूर्ण ऑपरेशन में वन विभाग के दिनेश कुमार नाथ, सुरेंद्र सिंह भाटी, क्षेत्रीय वन अधिकारी बुद्धराम जाट और मनोज कुमार शर्मा, सहायक वनपाल कविता सुमन, मंजू खोकर, रिया भाटी, अशोक कुमार, कमल चंद्र प्रजापत, सुलेन्द्र सैनी (वनरक्षक) और डब्ल्यूसीसीबी से सौरभ मलिक शामिल रहे।