नई दिल्ली। यूक्रेन में जारी युद्ध (ongoing war in ukraine) को समाप्त करने के उद्देश्य से सऊदी अरब (saudi arabia) ने एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें अमेरिका और रूस के बीच पहली बार सीधी बातचीत (Direct talks between America and Russia for the first time) की मध्यस्थता की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य यह था कि दोनों देशों के बीच आम सहमति बन सके, ताकि वे मिलकर यूक्रेन में चल रहे रूसी आक्रमण पर विराम लगा सकें। बैठक के बाद, दोनों देशों की ओर से प्रतिक्रियाएँ आईं, जिसमें रूस ने कहा कि यह कहना अभी मुश्किल है कि युद्ध को समाप्त करने की दिशा में दोनों देश कितने करीब आए हैं।
सऊदी अरब की मध्यस्थता में रूस-अमेरिका की बैठक
सऊदी अरब की पहल पर यह बैठक करीब चार घंटे चली, और इस दौरान यह उम्मीद की जा रही थी कि जल्द ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता का रास्ता साफ (The way is cleared for bilateral talks between President Donald Trump and President Vladimir Putin) हो जाएगा। हालांकि, बैठक के अंत में इस मुद्दे पर भी कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई। रूस के प्रतिनिधि ने स्पष्ट रूप से कहा कि पुतिन और ट्रंप के बीच बैठक की तारीख निर्धारित करना अभी जल्दबाजी होगी।
जंग पर विराम की दिशा में जल्दी कुछ नहीं कहा जा सकता-रूसी प्रतिनिधि
रूसी प्रतिनिधि किरिल दिमित्रिव (Russian representative Kirill Dmitriev) ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि दोनों देशों के बीच युद्ध समाप्ति पर सहमति बन पाई है या नहीं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि दोनों पक्ष एक-दूसरे को सुनने के लिए तैयार हो गए हैं और आपसी सम्मान और समानता के साथ व्यवहार कर रहे हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रतिक्रिया- ट्रंप पर विश्वास
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि अमेरिका का मुख्य उद्देश्य हत्या और युद्ध को रोकना है और इसके लिए वह वैश्विक स्तर पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने के लिए तत्पर है। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वह अकेले नेता हैं जो रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को समाप्त करने की दिशा में सहमति बना सकते हैं।
अमेरिका और रूस के बीच किन मुद्दों पर बनी सहमति?
अमेरिका और रूस के बीच बातचीत के दौरान कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनी, जिसमें प्रमुख था दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में आ रही समस्याओं को हल करने के लिए बातचीत का मार्ग प्रशस्त करना। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच राजनयिक मिशनों को फिर से शुरू करने पर भी विचार किया जाएगा।
संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक उच्च-स्तरीय टीम का गठन
अमेरिकी प्रतिनिधि ने बताया कि दोनों देश एक उच्च-स्तरीय स्थायी टीम का गठन करेंगे, जिसका उद्देश्य संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए रास्ते तलाशना और दोनों देशों के बीच समझौता स्थापित करना होगा। इस टीम की जिम्मेदारी होगी युद्ध को समाप्त करने की दिशा में सहमति बनाना, दोनों देशों को समझौते के लिए तैयार करना, और रूस-यूक्रेन समझौते पर सहमति प्राप्त करना।
यूक्रेन के युद्ध के बाद अमेरिका और रूस का सहयोग
यूक्रेन में युद्ध समाप्त होने के बाद, अमेरिका और रूस के बीच विभिन्न मुद्दों पर सहयोग स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा। इनमें जियोपॉलिटिकल मुद्दों और आर्थिक निवेश शामिल होंगे। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच आपसी बातचीत और निगरानी की प्रक्रिया जारी रखी जाएगी, ताकि यूक्रेन में शांति जल्दी स्थापित हो सके।
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यूक्रेन में चल रही जंग की समाप्ति को लेकर अमेरिका और रूस के बीच बातचीत के शुरुआती संकेत सकारात्मक हैं, हालांकि यह कहना मुश्किल है कि यह वार्ता युद्ध को समाप्त करने में कितनी सफल होगी। सऊदी अरब की मध्यस्थता में हुई बैठक में दोनों देशों के बीच कुछ महत्वपूर्ण सहमतियाँ बनी हैं, लेकिन अभी भी कई मुद्दों पर निर्णय लिया जाना बाकी है।