राजस्थान में शादी समारोह में दहेज मांगने वालों की कोई कमी नहीं है। कई बेटियां दहेज की बलि तक चढ़ा दी जाती हैं, मगर राजस्थान के कई राजपूत परिवार दहेज के खिलाफ सराहनीय फैसले ले चुके हैं। इसी कड़ी में राजस्थान के बूंदी निवासी एक राजपूत परिवार का नाम भी जुड़ गया है।
जानकारी के अनुसार बूंदी निवासी शिवराज सिंह हाड़ा के पुत्र नरेंद्र सिंह की शादी 21 जनवरी 2025 को भीलवाड़ा जिले के गेणोली गांव निवासी प्रभु सिंह शक्तावत की बेटी कुशम कंवर से शादी हुई। शादी समारोह में तिलक की रस्म निभाते हुए दूल्हन के परिवार ने एक थाल में 5 लाख 11 हजार रुपए रखकर दूल्हे को भेंट करना चाहा, मगर दूल्हे ने रुपए लेने से इनकार कर दिया। यह एक अच्छी मिसाल है और इससे समाज में दहेज प्रथा के विरुद्ध जागरूकता फैलाने में मदद मिल सकती है।

ये जानकर सब लोग हेरानी में पड़ गए, लेकिन जब दूल्हे के परिवार के सराहनीय फैसले का पता चला तो हर कोई उनकी तारीफ करने लगा। नरेंद्र सिंह के पिता शिवराज सिंह हाड़ा ने दहेज के 5 लाख 11 हजार रुपए लौटाकर शगून के तौर पर सिर्फ एक रुपया व नारियल लिया।
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दूल्हे द्वारा दहेज में मिल रहे 5 लाख 11 हजार रुपए लौटाए जाने पर दुल्हन के पिता की आंखों से आंसू छलक आए। वे बोले कि हमें गर्व है कि हमारी बेटी हम ऐसे परिवार में दे रहे हैं, जो दहेज के खिलाफ है। जो कि यह पहल एक सकारात्मक बदलाव की ओर इशारा करती है और समाज में दहेज प्रथा के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित करती भी है।