राजस्थान के भरतपुर और अलवर (Bharatpur and Alwar) जिलों में दो अलग-अलग दर्दनाक सड़क हादसों ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। इन रोड़वेज बस हादसों (Roadway bus accidents) में एक व्यक्ति और एक मासूम बच्चे की जान चली गई (One person and an innocent child lost their lives), जबकि एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। इन घटनाओं के बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया और मुआवजे की मांग की।
भरतपुर में रोडवेज बस ने कुचला शख्स, शादी की खुशियां मातम में बदली
भरतपुर के अटलबंध थाना क्षेत्र में बुधवार को एक हृदय विदारक घटना घटी। 58 वर्षीय मुश्ताक खान, जो अपनी बेटी की शादी की तैयारियों में जुटे थे, रोडवेज बस की टक्कर से अपनी जान गंवा बैठे। घटना उस समय हुई जब मुश्ताक खान हीरादास बस स्टैंड के बाहर यात्रियों को इकट्ठा कर रहे थे। अचानक अलवर डिपो की एक तेज गति से आ रही रोडवेज बस ने मुश्ताक को अपनी चपेट में ले लिया। बस का अगला पहिया उनके सिर पर चढ़ गया, जिससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
मुश्ताक की मौत के बाद इलाके में कोहराम मच गया। गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और मुआवजे की मांग की। लगभग दो घंटे तक जारी इस प्रदर्शन के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश पर जाम हटाया गया। तहसीलदार राहुल श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और परिजनों को जल्द मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
मृतक मुश्ताक खान आनंद नगर कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी हैं। बड़ा बेटा बंटी पेंटिंग का काम करता है, जबकि छोटा बेटा राजा एसी और फ्रिज की मरम्मत का कार्य करता है। उनकी बेटी छज्जों अभी पढ़ाई कर रही है। यह हादसा उस परिवार के लिए किसी बड़ी त्रासदी से कम नहीं है, जो जल्द ही शादी के जश्न में डूबने वाला था। अब इस घर में खुशियों की जगह मातम पसर गया है।
अलवर में तेज रफ्तार बस ने दो बच्चों को मारी टक्कर, एक की मौत
इसी दिन अलवर के विजय मंदिर थाना क्षेत्र में एक और दर्दनाक हादसा हुआ। राजस्थान रोडवेज की एक तेज रफ्तार बस ने सड़क किनारे चल रहे दो मासूम बच्चों को टक्कर मार दी। हादसे में 15 वर्षीय इकबाल पुत्र रसीद खान की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि दूसरा बच्चा परवेज पुत्र जमशेद खान गंभीर रूप से घायल हो गया। परवेज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और प्रशासन से गांव के पास ब्रेकर बनाने की मांग की। गुस्साए लोगों का कहना था कि सड़क पर आए दिन हादसे होते रहते हैं, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और लोगों को समझाइश देकर जाम खुलवाया।
बस चालक मौके से फरार, पुलिस ने बस जब्त की
दोनों घटनाओं में एक समानता यह रही कि हादसे के बाद दोनों ही बस चालक मौके से फरार हो गए। भरतपुर की घटना में बस चालक सवारियों से भरी बस लेकर भाग निकला, जबकि अलवर की घटना में भी चालक बस छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने अलवर की घटना में बस को जब्त कर लिया है और चालक की तलाश की जा रही है। वहीं भरतपुर में भी बस चालक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।
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लोगों की नाराजगी, प्रशासन से ठोस कदम की मांग
इन हादसों के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। भरतपुर में परिजनों और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मुआवजे के साथ-साथ बस चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। वहीं अलवर में लोग सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं। उनका कहना है कि गांव के पास ब्रेकर नहीं होने के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द ब्रेकर बनाने की मांग की है।