चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में एक सनसनीखेज घटना (A sensational incident in Chittorgarh district) सामने आई है। बेगूं थाने के सामने एक कांस्टेबल ने अपनी महिला सहकर्मी को गोली मारने के बाद खुद को भी गोली मार ली। यह घटना सोमवार शाम करीब सात बजे हुई, जब बेगूं थाने की महिला कांस्टेबल पूनम अपने किराए के घर पहुंची। कांस्टेबल सियाराम, जो पुलिस उपाधीक्षक के गनमैन के रूप में तैनात था, पहले से ही कमरे में मौजूद था। उसने अपनी सर्विस पिस्टल से महिला कांस्टेबल के सीने में गोली मार दी और फिर खुद को गले में गोली मार ली (Shot woman constable in the chest and then shot herself in the neck)।
घटना के बाद मची अफरा-तफरी
गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। थाने के अन्य पुलिसकर्मियों ने घायल पूनम और सियाराम (Injured Poonam and Siyaram) को बेगूं उप जिला चिकित्सालय पहुंचाया। वहां से उन्हें गंभीर स्थिति में चित्तौड़गढ़ रेफर कर दिया गया। घटना के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है।
2023 में हुई थी पोस्टिंग
पूनम और सियाराम, दोनों ही पुलिस विभाग में हाल ही में नियुक्त हुए थे। उनकी पोस्टिंग बेगूं में लगभग 16-17 महीने पहले हुई थी। पूनम मूल रूप से दौसा की रहने वाली है, जबकि सियाराम कोटा जिले से है। पूनम बेगूं थाने में कार्यरत थी, और सियाराम डीएसपी अंजलि सिंह का गनमैन था।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में शामिल थी पूनम
घटना के कुछ घंटे पहले, पूनम ठुकराई पंचायत में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में शामिल थी। साथियों के अनुसार, वह कार्रवाई के दौरान बिल्कुल सामान्य दिख रही थी। किसी को भी अंदेशा नहीं था कि ऐसा कुछ हो सकता है।
कमरे में पहले से मौजूद था सियाराम
शाम को जब पूनम अपने किराए के कमरे पर पहुंची, तो सियाराम पहले से वहां मौजूद था। कुछ ही देर बाद गोली चलने की आवाजें सुनाई दीं। कमरे से दो गोलियों की आवाज सुनकर आस-पास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस और चिकित्सा टीम मौके पर पहुंची
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, और पुलिस उप अधीक्षक विनय चौधरी घटनास्थल पर पहुंचे। सांवलियाजी अस्पताल में पहले से ही चिकित्सकों की टीम को तैयार रखा गया था। दोनों घायल कांस्टेबलों का प्राथमिक उपचार वहीं किया गया, लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें तुरंत चित्तौड़गढ़ रेफर कर दिया गया।
पूनम के पहले शब्द- “मम्मी”
जब पूनम को एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया, तो दर्द से कराहते हुए उसके मुंह से सबसे पहला शब्द- “मम्मी” निकला। इसके बाद वह बेहोश हो गई। डॉक्टरों के अनुसार, पूनम को सीने में गोली लगी है, जबकि सियाराम के गले पर गोली लगकर बाहर निकल गई।
पुलिस का बयान
चित्तौड़गढ़ के पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि कांस्टेबल सियाराम ने सर्विस पिस्टल का इस्तेमाल (use of service pistol) कर महिला कांस्टेबल को गोली मारी (Female constable shot) और फिर खुद को भी घायल कर लिया। घटना के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है।
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जांच जारी
पुलिस इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, घटना के पीछे किसी व्यक्तिगत या पेशेवर विवाद की संभावना हो सकती है। हालांकि, स्पष्ट कारणों का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। इस दर्दनाक घटना ने पुलिस विभाग और स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है। दोनों कांस्टेबलों की हालत गंभीर बनी हुई है, और डॉक्टर उनकी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं।