बूंदी। वन्यजीव संरक्षण और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित वन्यजीव सप्ताह-2024 के अंतर्गत रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में जिले के मीडिया कर्मियों, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्कूली बच्चों को जंगल भ्रमण कराया गया।
जंगल की अनोखी सैर- वन्यजीव और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव
डीएफओ संजीव शर्मा के निर्देशन में इस भ्रमण का आयोजन (organizing a tour) किया गया, जहां प्रतिभागियों को जंगल के अद्भुत नजारों और वन्यजीवों से परिचित कराया गया। भ्रमण की शुरुआत दलेलपुरा एंट्री गेट से हुई, जहां से प्रतिभागियों ने जंगल में प्रवेश किया। इस यात्रा में उन्होंने शंभू सागर, गुमान बावड़ी, और शिकार गाह जैसे महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा किया। इन स्थलों को न केवल वन्यजीवों के आवास के रूप में जाना जाता है, बल्कि यह क्षेत्र अपने प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व (Natural beauty and historical importance) के लिए भी प्रसिद्ध है।
सफारी के दौरान, प्रतिभागियों को झरबंदा, भेरूपुरा बांध, और स्टेट टाइम के महल जैसे महत्वपूर्ण स्थलों का भी दौरा कराया गया। इन स्थानों ने प्रतिभागियों को राजस्थान के समृद्ध इतिहास और प्रकृति के अद्वितीय संयोजन का अनुभव प्रदान किया। इसके बाद उन्हें नोलखा घाटी की यात्रा करवाई गई, जहां प्राकृतिक दृश्य और वन्यजीवों का सौंदर्य देखने को मिला।
वन्यजीवों का जीवंत प्रदर्शन- बच्चों और मीडिया कर्मियों का उत्साह
इस जंगल भ्रमण (jungle tour) के दौरान, प्रतिभागियों ने विभिन्न वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखा। जंगल में विचरण करते हिरण, नीलगाय, और अन्य वन्यजीवों (Deer, Nilgai, and other wildlife roaming in the forest) को देखकर प्रतिभागी उत्साहित हो उठे। बच्चों के लिए यह एक रोमांचक अनुभव था, जहां उन्होंने न केवल वन्यजीवों के बारे में सीखा, बल्कि उन्हें नजदीक से देखने का मौका भी मिला।
मीडिया कर्मियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस अनुभव को बेहद शिक्षाप्रद और प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल लोगों को वन्यजीवों के महत्व के बारे में जागरूक करते हैं, बल्कि उनके संरक्षण के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं।
वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास
इस पूरे आयोजन का मुख्य उद्देश्य जंगल और वन्यजीवों के प्रति आम जनता को जागरूक करना और उन्हें आकर्षित करना। वन्यजीव सप्ताह के तहत आयोजित इन कार्यक्रमों के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि वन्यजीव संरक्षण केवल सरकार या संगठनों का काम नहीं है, बल्कि इसमें आम नागरिकों की भी भागीदारी आवश्यक है।
इस कार्यक्रम का समापन 8 अक्टूबर 2024 को किया जाएगा, जिसमें वन्यजीव संरक्षण (wildlife Reserve) के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी और प्रतिभागियों को उनके सक्रिय योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।
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रामगढ़ टाइगर रिजर्व- वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक अद्वितीय गंतव्य
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व (Ramgarh Vishdhari Tiger Reserve) न केवल एक टाइगर रिजर्व के रूप में जाना जाता है, बल्कि यह राजस्थान के वन्यजीव प्रेमियों (wildlife lovers) के लिए एक प्रमुख आकर्षण स्थल है। इस रिजर्व में आयोजित ऐसे आयोजन पर्यटकों और स्थानीय लोगों को वन्यजीवों के साथ जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम हैं।