नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे (Congress MP Rahul Gandhi will be the leader of opposition in Lok Sabha)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर मंगलवार रात को इंडिया गठबंधन के फ्लोर नेताओं की बैठक के बाद यह घोषणा की गई। जिसमें राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने को लेकर सहमति बनी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने फैसले की जानकारी दी।
बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को पत्र लिखकर राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त करने के फैसले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अन्य नियुक्तियों पर फैसला बाद में लिया जाएगा।
बता दें, पिछले 10 वर्षों से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद खाली था, क्योंकि पिछले दो आम चुनावों में कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष के लिए जरूरी सीटें नहीं मिली थीं। अब 10 साल बाद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता भूमिका निभाएंगे। लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस 99 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। नेता प्रतिपक्ष पद के लिए दावा पेश करने के लिए किसी पार्टी के पास 55 सांसद होना जरूरी है।
CWC ने की राहुल को विपक्ष का नेता बनाने की सिफारिश
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में सर्वसम्मति से राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने की सिफारिश की गई थी। हालांकि, तब राहुल ने कहा था कि उन्हें इस पर फैसला लेने के लिए समय चाहिए।
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बता दें, बुधवार को 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है, इससे पहले राहुल गांधी को यह जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, इंडिया गठबंधन ने स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार उतार कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के लिए पहली चुनौती पेश कर दी है। एनडीए ने ओम बिरला को फिर स्पीकर पद के लिए नामित किया है, जबकि विपक्ष ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को मैदान में उतारा है।