बूंदी। जिले में आज एक ऐसी घटना सामने आई जिसने क्षेत्र में हलचल मचा दी। संदिग्ध गतिविधियों के चलते पुलिस ने आठ युवकों को गिरफ्तार (Eight youths arrested) किया, जिनमें से दो एसपी कार्यालयों के कर्मचारी (Employees of two SP offices) थे, और तीन महिलाओं को भी पकड़कर वन स्टॉप सेंटर भेजा (Three women were also caught and sent to one stop center) गया। मामला बूंदी जिले की गणेश बाग रोड स्थित हरिधाम कॉलोनी का है, जहां पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने पर छापेमारी की।
पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा के निर्देशानुसार जिले में अवैध और अनैतिक गतिविधियों पर सख्ती (Strict action against illegal and immoral activities) से रोकथाम का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत पुलिस ने एक मकान पर छापेमारी की, पुलिस अनैतिक गतिविधियों की सूचना मिली थी, जहां मौके पर पहुंचने पर देखा गया कि कुछ युवक और युवतियां आपस में झगड़ रहे थे। इस दौरान मकान की मालकिन बृजकंवर के सिर पर चोट लगी थी, जिसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
आरोपियों की पहचान
जांच के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों से उनके पहचान पत्र मांगे गए, लेकिन कोई दस्तावेज नहीं मिले। पूछताछ में उनकी पहचान यशवंत रेबारी, सोनू माली, नरेंद्र सिंह, मनीष माली, अनुराग मीणा, नवींद्र कुमार मीणा, सुदीप्त सिंह, और चरणजीत सिंह के रूप में हुई। इनमें नवींद्र मीणा बूंदी एसपी कार्यालय में कार्यरत फोर्स बाबू हैं और सुदीप्त सिंह भरतपुर एसपी कार्यालय में कर्मचारी हैं। तीन महिलाओं को भी संदिग्ध परिस्थितियों में पकड़ा (Three women were also caught under suspicious circumstances) गया, जिन्हें पूछताछ के बाद वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया।
गणेश बाग रोड स्थित हरिधाम कॉलोनी स्थित इस मकान को लंबे समय से संदिग्ध गतिविधियों का अड्डा बताया जा रहा था। पुलिस को लगातार यहां अनैतिक कार्य होने की शिकायतें मिल रही थीं। छापेमारी के दौरान पता चला कि यह स्थान देह व्यापार और शराब तस्करी का केंद्र बन चुका (Has become a center of prostitution and liquor smuggling) है। मकान की मालकिन इस अवैध गतिविधि की मुखिया मानी जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों में से कुछ नशे की हालत में थे और वहां झगड़े के बाद लाठियां चलने की नौबत आ गई थी।
पुलिस ने जांच शुरू की
पुलिस ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है। बृजकंवर के पर्चा बयान दर्ज किए गए, जिनके आधार पर नवींद्र मीणा, सुदीप्त सिंह, और चरणजीत सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया। इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 115(2), 126(2), 189(2), 324(4), और 109(1) के तहत केस दर्ज किया गया है।
बूंदी और भरतपुर एसपी कार्यालय के कर्मचारियों की संलिप्तता
घटना ने पुलिस महकमे में सनसनी मचा दी है, क्योंकि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एसपी कार्यालय के कर्मचारी भी शामिल हैं। नवींद्र मीणा, जो एसपी कार्यालय में फोर्स की ड्यूटी का प्रबंधन करता है, और उसका साथी सुदीप्त सिंह, इस अनैतिक गतिविधि में लिप्त पाए गए। पुलिस के अनुसार, नवींद्र ने मकान में शराब और अनैतिक कार्यों को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई है।
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पूर्व में भी हो चुकी है कार्रवाई
इस मकान पर पहले भी पुलिस कार्रवाई हो चुकी है, इस मकान की मालकिन अनैतिक गतिविधियों के साथ शराब की तस्करी भी करती है। लेकिन इसे बार-बार अवैध गतिविधियों का अड्डा बनने से रोका नहीं जा सका। पुलिस ने इस घटना के बाद इलाके में निगरानी बढ़ाने और संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी जारी रखने का आश्वासन दिया है।