राजस्थान के नागौर जिले के बड़ी खाटू के एक संत का पर्दाफाश किया गया है। संत और एक अन्य को दिल्ली के किशनगढ़ थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी करोड़ों रुपए की ठगी के मामले में की गई है। नागौर जिले के बड़ी खाटू में सतगुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान (Satguru Kabir Ashram Seva Sansthan in Khatu) के संत नानकदास महाराज (Saint Nanakdas Maharaj) पर एक बिजनेसमैन नरेंद्र सिंह के राष्ट्रपति के कोटे से राज्यसभा सांसद बनाने के नाम पर पांच करोड़ रुपए ठगने का आरोप (Accused of cheating Rs 5 crore in the name of making Rajya Sabha MP) लगा है।
नागौर जिले के बड़ी खाटू में सतगुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान है। इस आश्रम का संचालन करता है, संत नानकदास महाराज और पिछले लंबे समय से राजनीति में जायल विधानसभा क्षेत्र में ये सक्रिय भी है। वहीं नानकदास महाराज जायल के बड़ी खाटू के धीजपूरा गांव का रहने वाला है। संत नानकदास महाराज के बड़ी खाटू वाले आश्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, योगगुरु बाबा रामदेव, केंद्रीय मंत्रियों के साथ कई महामंडलेश्वर स्वामी भी आ चुके हैं।
25 अप्रैल को दर्ज हुई थी शिकायत
संत नानकदास महाराज जायल विधानसभा सीट से पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें जायल से टिकट ना देकर मंजू बाघमार को टिकट दिया था। बड़ी खाटू के संत नानकदास महाराज के खिलाफ 25 अप्रैल को दिल्ली के किशनगढ़ पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज हुई थी। किशनगढ़ निवासी नरेंद्र सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि संत नानकदास महाराज और नवीन सिंह ने उनसे पांच करोड़ रुपये की ठगी की है।
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करोड़ों की ठगी का आरोप
अपनी शिकायत में नरेंद्र ने कहा कि नानकदास ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के कोटे से राज्यसभा सांसद नॉमिनेट करवा देने की बात की थी। इस दौरान नरेंद्र सिंह ने दो बार में दो करोड़ रुपए दिए। पहले एक करोड़ 75 लाख रुपए नवीन सिंह के आईसीआईसीआई बैंक खाते में डाले गए और 75 लाख रूपए संत नानकदास महाराज को कैश दिए गए। इसके बाद दोनों ने उनसे संपर्क तोड़ लिया। वहीं अब दिल्ली पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ चल रही है।