टोंक/दूनी (चेतन वर्मा)। टोंक जिले के आवां कस्बे के गुप्तेश्वर शिवालय में मंगलवार की रात भजन संध्या का आयोजन हुआ, जो लोक संस्कृति और भक्ति रस से सराबोर रहा। इस संध्या में तेजा गीतों की धुनों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। कस्बे और आसपास के क्षेत्रों से आए कल्याणपुरा के तेजा गायक दलों ने अपने यादगार प्रस्तुतियों से सैकड़ों श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रद्धालु रात 3 बजे तक भजनों पर झूमते रहे, और तेजाजी महाराज के जयकारों से बसस्टैंड का पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष राधेश्याम चंदेल ने बताया कि इस आयोजन के मुख्य अतिथि पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा के प्रदेश मंत्री डॉक्टर प्रभुलाल सैनी थे। उन्होंने सत्संग प्रेमियों को संबोधित करते हुए कहा, “तेजाजी हमारे लोक देवता हैं, और उनके नाम पर गाए जाने वाले तेजा गीतों के माध्यम से न केवल उनकी आराधना होती है, बल्कि हमारी लोक संस्कृति और कला की महक भी फैलती है। ऐसे आयोजन भाईचारे और अपनत्व को बढ़ाते हैं और प्राचीन परंपराओं को संजीवनी प्रदान करते हैं।”

सैनी ने इस अवसर पर लोक संस्कृति के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आगे आने का आह्वान किया। पूर्व मंत्री का राजस्थानी परंपराओं के अनुसार तिलक, माला, और साफा पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान, सैनी की अगुवाई में कल्याणपुरा से आए भजन गायकों और पंच पटेलों के साथ आयोजन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले करीब तीन दर्जन धर्मावलंबियों का भी स्वागत और सत्कार किया गया। कार्यक्रम में महिलाओं और युवा शक्ति की भी बड़ी उपस्थिति रही।
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भजन संध्या में गुप्तेश्वर शिवालय को भव्य रूप से सजाया गया और शिव परिवार का पूजन भी किया गया। संध्या की शुरुआत तेजाजी महाराज के स्थान से शिवालय तक निकाले गए विशाल जुलूस से हुई, जो दो घंटे की यात्रा के बाद रात 10 बजे शिवालय पर पहुंचा। भक्ति की इस महफिल में रात 12:15 बजे समिति की ओर से 80 किलो दूध से बनी खीर का वितरण भी किया गया, जिसने श्रद्धालुओं के उत्साह को और बढ़ा दिया।