in

गोठड़ा बांध की दीवार में दरार मामले की जांच करने पहुंचे SDM और जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता

SDM and Superintendent Engineer of Water Resources Department arrived to investigate the crack in the wall of Gothra Dam.

बूंदी। बूंदी का गोठड़ा बांध (Gothra Dam of Bundi) की दीवार निमार्ण में बरती गई लापरवाही और खामियों के चलते आई दरार का मामला उजागर होने के बाद बुधवार को हिंडोली उपखंड अधिकारी (SDM) कुलदीप सिंह शेखावत व जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एडी अंसारी, अधिशासी अभियंता आरके पाटनी सहित अन्य अधिकारियों ने बांध पर पहुंचकर यहां की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

गोरतलब हें कि, बांध की सुरक्षा दीवार में दरार आने के बाद ग्रामीणों ने सोमवार को बांध पर पहुंचकर मामले में नाराजगी जताई थी। ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ गुणवत्ता पूर्वक कार्य नहीं करने का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग (Demand for high level investigation) थी। बतादें, जल संसाधन विभाग से उच्चाधिकारियों ने करीब 10 करोड़ रुपए की राशि 100 मीटर से अधिक टूटी फेसवाल के दोबारा निर्माण के लिए स्वीकृत करवाई थी। करीब 5 माह पूर्व दीवार का निर्माण कार्य पूरा हो गया था। जिसमें 7 करोड़ 50 लख रुपए खर्च हो चुके हैं। इस काम को तीन महिने में पुरा किया गया था।

बुधवार को समाचार पत्रों में बूंदी का गोठड़ा बांध से जुड़े समाचार प्रकाशित होने एवं जिला कलेक्टर के निर्देश पर हिंडोली उपखंड अधिकारी कुलदीप सिंह शेखावत (Hindoli Subdivision Officer Kuldeep Singh Shekhawat) ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बुधवार सुबह 11ः30 बजे गोठड़ा बांध पर पहुंचे और बांध की सुरक्षा दीवार और क्रैक स्थल सहित अन्य स्थानों का जायजा लिया। इस दौरान जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

बांध की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं- अधीक्षण अभियंता
जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एडी अंसारी (Water Resources Department Superintending Engineer AD Ansari) ने कहा कि दीवार के सहारे जो गैप था उसे दुरुस्त करवा दिया गया है, ठेकेदार का डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड 5 साल का है, जॉइंट के पास मामूली क्रैक है उसे तकनीकी रूप से ठीक करने के लिए आदेश कर दिए हैं। इससे बांध की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं (There is no threat to the safety of the dam) है। बांध मार्च में टूटा था और उसकी लिए प्रयास कर जल्द से जल्द स्वीकृति लेकर 3 महीने में काम को पुरा किया, ताकि लोगों को किसानों को किसी तरह का नुकसान ना हो, खास कर किसानो को, इसे ध्यान में रखते हुए काम को जल्द पूरा किया है। अधीक्षण अभियंता एडी अंसारी ने कहा कि काम में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती गई है, बांध की सुरक्षा को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।

यह भी पढ़े: गोठड़ा बांध में आई दरार, 7.50 करोड़ की लागत से 5 महीने पहले हुआ था निर्माण, लापरवाही या भ्रष्टाचार ?

जांच रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौपेंगे- कुलदीप सिंह शेखावत
उपखंड अधिकारी, हिंडोली कुलदीप सिंह शेखावत ने बताया कि मीडिया में आयी रिपोर्ट और जिला कलेक्टर के निर्देश पर बांध की सुरक्षा दीवार और क्रैक स्थल का जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। मामले की जांच की जा रही है। एक जांच रिपोर्ट हमारी तरफ से तैयार की जा रही है, दूसरी रिपोर्ट जल संसाधन विभाग से मांगी गई है। दोनों रिपोर्ट को एक-दो दिन में कंप्लीट होते ही जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करें।

सिटी न्यूज़ राजस्थान चैनल को फॉलो करें।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Four arrested including the accused of luring and raping a minor

Bundi : नाबालिग को बहला फुसला कर भगा ले जाने व दुष्कर्म करने के आरोपी सहित चार गिरफ्तार

BJP members demand strict action against illegal colonies and illegal constructions

भाजपाईयों ने की अवैध कॉलोनी और अवैध निर्माणों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग