टोंक। राजस्थान के टोंक विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सचिन पायलट (Congress candidate Sachin Pilot) ने मंगलवार दोपहर को अपना नामांकन भरा। यहां सिविल लाइन में बनाए गए आरओ कार्यालय में रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नामांकन प्रस्तुत किया। इस मौके पर उनके समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी। इससे पहले सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे से भूतेश्वर महादेव मंदिर से पायलट की नामांकन रैली रवाना हुई, उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना कर जीत की कामना की।
इस बीच सचिन पायलट के एफिडेविट में बड़ा खुलासा (Big revelation in Sachin Pilot’s affidavit) हुआ है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भरे अपने नामाकंन के एफिडेविट में पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा दर्शाया है। सचिन पायलट ने पर्चे के साथ दाखिल किए शपथ पत्र में इसका उल्लेख किया है। पायलट के दो बच्चे आरएन पायलट और विहान पायलट हैं। पायलट की शादी उन्नीस साल पहले सारा पायलट (Sarah Pilot) से हुई थी। पायलट की ओर से पेश किए शपथ पत्र के बाद दोनों के तलाक की हकीकत सामने आई है। लेकिन ये जानकारी नहीं है कि तलाक कब हुआ? हालांकि इसको लेकर लोगों में चर्चा का विषय भी बना हुआ है।
पायलट की प्रेम कहानी पूरी तरह फिल्मी है। सचिन अमेरिका की पेंसिलवानिया यूनिवर्सिटी के व्हॉर्टन स्कूल में थे। उसी दौरान उनकी मुलाकात जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन सारा से हुई थी। सचिन पायलट ने जनवरी 2004 में सारा पायलट से शादी की। शादी के कुछ महीनों बाद ही सचिन पायलट राजनीति के मैदान में उतरे। महज 26 साल की उम्र में दौसा से पहला लोकसभा चुनाव लड़कर बड़े अंतर से जीतकर सबसे युवा सांसद बने। दिसंबर 2018 में जब सचिन पायलट ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली तो शपथ ग्रहण समारोह में सारा पायलट (Sarah Pilot), दोनों बेटे और फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हुए थे।

वहीं, सचिन पायलट ने रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष दोपहर करीब सवा दो बजे बाद नामांकन दाखिल किया। उनके समर्थकों को निर्धारित बैरिकेडिंग के बाहर ही रोक दिया गया। सिर्फ प्रस्तावक ही उनके साथ नजर आए। टोंक में दूसरा मौका है, जब उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया।
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इस मौके पर पायलट ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि चुनाव में कांग्रेस पार्टी एकजुट है। सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे। अब तक जो भी हुआ उसके बारे में कहा कि माफ करो आगे बढ़ो के सिद्धान्त पर चल रहे हैं। सीएम की घोषणा के सवाल पर कहा कि कांग्रेस पहले से सीएम चेहरा घोषित नहीं करती है। बहुमत के बाद आला कमान ही इसका निर्णय करता है।