बूंदी। जिले के किसानों पर बिजली विभाग द्वारा की गई वीसीआर भरने की कार्यवाही के विरोध में सोमवार को हिंडोली विधायक अशोक चांदना के नेतृत्व में आयोजित हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत किए प्रदर्शन के दौरान पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान कुछ महिला पुलिस कर्मियों के चोटे भी आई है। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकर रहे विधायक अशोक चांदना व अन्य प्रदर्शनकारियों को दो बसो में भरकर हिरासत में लिया और हाइवे पर ले जाकर छोड़ दिया। हालांकि पुलिस की ओर से विधायक अशोक चांदना समेत करीब दो दर्जन लोगो के हिरासत में लेने की बात कही है।
बिजली विभाग के खिलाफ फूटा आक्रोश
बिजली विभाग द्वारा की गई कार्यवाही के विरोध में विधायक अशोक चांदना के आव्हान पर किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता देवपुरा स्थित होटल आनंदी में एकत्रित हुए यहां विधायक अशोक चांदना, केशोरायपाटन विधायक सीएल प्रेमी, बूंदी पीसीसी सदस्य सत्येश शर्मा, आनंदीलाल मीणा, जिला प्रमुख चंद्रावती कंवर, रामबाबू शर्मा, महामंत्री दिनेश शर्मा सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक चांदना ने कहा कि 121 वीसीआर एक दिन में भरी गई है, 22 लाख से ज्यादा की लूट किसानों के साथ हुई है यह तो एक नंबर में है, बाकी दो नंबर की कितनी हुई इसकी कोई गिनती नहीं है। इस लूट के खिलाफ जिले का किसान अपनी आवाज उठाएगा और अभी तो चेतावनी है आगे इस प्रकार की कोई और बात हो गई तो आर-पार की लड़ाई होगी, पुलिस-प्रशासन को भारी पड़ जाएगी। चांदना ने कहा कि ये सरकार किसानों की आवाज दबाने का काम कर रही है। पुलिस के अधिकारी यहां बात करने आए है वे किसान कि पीड़ा समझते है, मैं उनका सम्मान करता हूं। लेकिन किसानों की आवाज उठाने हम यहां आए हैं उसके लिए हम शांति के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि हमें मत छेड़ो जिस दिन हमारे सब्र का बांध टूट गया उस दिन तुम्हारे लिए ठीक नहीं होगा तुम्हारी रगड़ निकाल देंगे। लेकिन हम अभी चेतावनी देना चाह रहे हैं जिस दिन सब्र का बांध टूट गया उसके बाद प्रशासन और शासन के पास वह व्यवस्था नहीं बचेगी कंट्रोल करने की। हम शांतिपूर्ण जाएंगे, जिला कलेक्ट्रेट को अपनी बात कहेंगे और मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाएंगे। अगर फिर कोई रोकेगा तो हम आगे बढ़ेंगे। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भी कटाक्ष किये। इस अवसर पर उन्होंने मणिपुर और समरावता की घटना का भी जिक्र किया।

सड़क पर बैठे, जिला कलक्टर के आने का किया इंतजार
इसके बाद प्रदर्शनकारी होटल आनंदी से हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ रहे थे कि कॉलेज चौराहे के निकट पुलिस ने बैरिकैटिंग कर प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया। इस पर चांदन के कहने पर सभी प्रदर्शनकारी वहीं सड़क पर बैठ गए। इस दौरान चांदना ने मोदी- और भजनलाल सरकार व विधुत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर चांदना ने कहा कि अगर जिला कलेक्टर 5 मिनट में यहां आकर ज्ञापन लेते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है, हमें वहां भी ज्ञापन ही देना है। लेकिन अधिकारी बार-बार कहते रहे की बात चल रही है बात चल रही है। इस पर चांदना ने कहा कि बात ही चलती रहेगी हम आगे बढ़ेंगे।

पुलिस कर्मी बैरिकैटिंग पर गिरे आई चौट
इसपर कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान पुलिस के घेराबंदी और बैरिकैटिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे थे, इसी धक्का मुक्की में बैरिकैटिंग गिर गई और पुलिस कर्मी बैरिकैटिंग पर गिर गये। इस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को पीछे खदेड़ा। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने विधायक चांदन को घेराबंदी में ले लिया। पुलिस अधिकारी चंदना को घेराबंदी में लेकर पुलिस के वाहन तक ले गए। इस दौरान चांदना जोर अजमाईश करते रहे। लेकिन पुलिस उन्हें पुलिस बस तक ले गई और बस में बैठाकर रवाना कर दिया। बाद में सभी प्रदर्शनकारियों को रामगंज बालाजी स्थित हाईवे पर ले जाकर छोड़ दिया गया।

किये गए थे कड़े इंतजाम
प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए वज्र वाहन सहित कड़े इंतजाम सर्किट हाउस के निकट किये गए थे, यहां कड़ी बैरिकैटिंग की व भारी पुलिस जाप्ता तैनात किया गया था। वहीं, सुबह से ही प्रदर्शन को लेकर किसानों और लोगो की अवाजाही पर निगरानी करने के लिए जगह-जगह पुलिस कर्मी किये गए तैनात थे।

ये अधिकारी रहे मुस्तैद
प्रदर्शन के दौरान बूंदी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा मोर्चा संभाले रही। इस दौरान उपखंड अधिकारी एचडी सिंह भी मौके पर मौजूद रहकर निगरानी करती रही। वहीं, कोटा ग्रामीण से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम कल्याण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैणी प्रसाद, पुलिस उपाधीक्षक घनश्याम मीणा, सीआई मुकेश मीणा, अरविंद भारद्वाज व जिले के बूंदी, हिडोली, तालेड़ा पुलिस उपाधीक्षक व आधा दर्जन थाना अधिकारी मय जाप्ते के मौजूद थे। वहीं, पुलिस लाइन का अतिरिक्त पुलिस बल भी मौके पर तैनात था।
कांग्रेस नेताओं के खिलाफ केस दर्ज
कांग्रेस पार्टी द्वारा बिजली विभाग की कार्रवाई के विरोध में किए गए प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए हंगामे के मामले में हिंडोली विधायक अशोक चांदना सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर राजकार्य में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट का आरोप लगाया है।
एफआईआर में नामजद लोग
एफआईआर में हिण्डोली विधायक अशोक चांदना, केशोरायपाटन विधायक सीएल प्रेमी, बूंदी पीसीसी सदस्य सत्येश शर्मा, जिला प्रमुख चंद्रावती कंवर, कांग्रेस कार्यकर्ता आनंदीलाल मीणा, रघु शर्मा, शहाबुद्दीन जेड, नरेन्द्रपुरी, कमलेश चांदना, महावीर चांदना, प्रेमप्रकाश एवरग्रीन और अन्य कई कार्यकर्ताओं के नाम शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर अभद्रता और धक्का-मुक्की की, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग कर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे बैरिकेड्स तोड़कर कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ गए। उग्र भीड़ ने पुलिसकर्मियों को गालियां दीं, उन्हें जमीन पर गिराया और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
पुलिसकर्मियों पर हमला और चोटें
पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, प्रदर्शन के दौरान कांस्टेबल राधेश्याम और कमलेश के साथ धक्का-मुक्की और अभद्रता की गई। इस झड़प में दोनों पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। घायलों का मेडिकल मुआयना करवा लिया गया है, और इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी गई है।
धाराओं के तहत दर्ज हुआ मामला
प्रदर्शनकारियों पर आईपीसी की धारा 189(2), 121, 132, 352 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा है कि यह मामला राजकार्य में बाधा डालने और कानून व्यवस्था को खतरे में डालने का है।
सीआईडीसीबी को सौंपी जाएगी जांच
एफआईआर में नामजद अशोक चांदना और सीएल प्रेमी विधायक हैं, इसलिए इस मामले को उच्चस्तरीय जांच के लिए सीआईडीसीबी (CIDCB) पुलिस मुख्यालय जयपुर को भेजा जाएगा।
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विरोध प्रदर्शन का राजनीतिक मोड़
इस घटना ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। अशोक चांदना ने प्रदर्शन के दौरान सरकार और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा और किसानों के हितों की बात उठाई। वहीं, पुलिस द्वारा लगाए गए आरोपों को कांग्रेस ने राजनीति से प्रेरित बताया है।