कोटा-बूंदी सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नए साल पर अपने क्षेत्र के विकास और योजनाओं को लेकर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कोटा के कोचिंग सेंटर और वहां के शैक्षणिक वातावरण पर जोर दिया। बिरला ने कहा कि कोटा देश और दुनिया के भविष्य के नेताओं को तैयार कर रहा है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को कोटा भेजें ताकि वे उच्च शिक्षा और अच्छे संस्कार प्राप्त कर सकें। उनका मानना है कि कोटा एक सुरक्षित शहर है, जहां आध्यात्मिक और शैक्षणिक वातावरण का संतुलन है।
बिरला ने कोटा में कुछ गलतफहमियों के कारण उत्पन्न हुए नकारात्मक माहौल का जिक्र करते हुए कहा कि अब यह स्थिति सुधार दी गई है। कोचिंग संस्थानों और स्थानीय निवासियों के प्रयासों से यह शहर फिर से छात्रों के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान कर रहा है।
एयरपोर्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास
बिरला ने बताया कि कोटा एयरपोर्ट के लिए 95ः भूमि वन क्षेत्र में होने के बावजूद इसे हरी झंडी मिल गई है। डीपीआर तैयार हो चुकी है और नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अनुमति मिल गई है। मई 2025 तक एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट बनने में करीब दो से ढाई साल का समय लगेगा, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और इंडस्ट्रियल ग्रोथ
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम तेज गति से चल रहा है। इसके जरिए कोटा और हाड़ौती क्षेत्र में औद्योगिक और आर्थिक प्रगति को गति मिलेगी। बिरला ने कहा कि कोटा में 1300 बीघा भूमि पर इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किया जा रहा है। इस पार्क में कोटा स्टोन, सैंडस्टोन और एग्रो-बेस्ड उद्योग स्थापित किए जाएंगे।
पर्यटन का विस्तार
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुकुंदरा हिल्स और रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पांच टाइगर शिफ्ट किए जाएंगे और जल्द ही सफारी शुरू की जाएगी। रिवरफ्रंट का भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, ताकि इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले। चंबल नदी के सुंदर दृश्यों का आनंद लेने के लिए क्रूज सेवा शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।
रोजगार और प्रशिक्षण संस्थान
बड़े होटल ग्रुप के सहयोग से कोटा में एक इंस्टिट्यूट स्थापित किया जा रहा है, जो होटल मैनेजमेंट और संबंधित कोर्स की ट्रेनिंग देगा। इसके जरिए छात्रों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा, रूस और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में मांग के अनुसार मैनपावर तैयार करने के लिए स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
बिरला ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में ग्रामीण इलाकों को प्राथमिकता दी जा रही है। इमरजेंसी के दौरान 15 मिनट में एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सीएसआर के तहत एंबुलेंस मंगाई जा रही है। मेडिकल कॉलेज के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है। साथ ही, मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का निर्माण भी प्रगति पर है।
शहरी सुविधाएं और खेल के अवसर
कोटा में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और दशहरा मैदान में फेज-2 के तहत डोम और प्रदर्शनी क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। कचरा प्रबंधन के लिए बायोगैस प्लांट और कचरा संग्रहण व्यवस्था को भी सुधारने की योजना है।
मां सुपोषित अभियान और वेलकम टू बेबी योजना
महिलाओं और बच्चों के पोषण पर ध्यान केंद्रित करते हुए मां सुपोषित अभियान के बाद वेलकम टू बेबी योजना शुरू की जाएगी। इसके तहत नवजात बच्चियों की मॉनिटरिंग और उनकी जरूरतों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
अध्ययन और अनुसंधान केंद्र
35 करोड़ रुपये की लागत से साइंस सेंटर और डिजिटल प्लेनेटेरियम का निर्माण कार्य चल रहा है। यह केंद्र छात्रों को विज्ञान और अंतरिक्ष के रहस्यों को समझने में मदद करेगा।
इंडस्ट्रियल और एग्रो-बेस्ड इकाइयां
कोटा और बूंदी में पानी की प्रचुरता और भौगोलिक स्थिति को देखते हुए एग्रो-बेस्ड उद्योग और डेयरी प्रोडक्ट्स प्रोसेसिंग के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसके साथ ही, स्टोन पार्क और लॉजिस्टिक हब से स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
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संस्कृति और विरासत का संरक्षण
बूंदी के ऐतिहासिक स्थलों जैसे गढ़ पैलेस, तारागढ़ फोर्ट और रानी जी की बावड़ी की सुंदरता बढ़ाने के लिए फसाड लाइटिंग की व्यवस्था की गई है। नवलसागर झील में म्यूजिकल फाउंटेन और वॉटर स्क्रीन आधारित शो की शुरुआत की जा रही है।
Sultanpur area mein industries ki apar sambhavanayen hai.isliye janapratinidhi and government Ko Dhyan Dena chahiye.