जयपुर। राजस्थान में नए जिले बनाने का कोई प्रस्ताव फिलहाल राज्य सरकार के पास विचाराधीन नहीं है, बुधवार को राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने सदन को बताया कि जिला गठन के सम्बन्ध में गठित उच्च स्तरीय समिति को भंग (Dissolve the high level committee formed) कर दिया गया है और नए जिले बनाने के सम्बन्ध में अभी कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं (No proposal is currently under consideration regarding creation of new districts) है।
बुधवार को राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सदन में पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए राजस्व मंत्री हेमंत मीणा बताया कि फिलहाल प्रदेश में नए जिले बनाने के संबंध में कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।
इससे पहले, विधायक हरीश चन्द्र मीणा के मूल प्रश्न के लिखित उत्तर में उन्होंने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा 6 अक्टूबर 2023 को मालपुरा, सुजानगढ़ एवं कुचामन सिटी को नवीन जिला बनाने की घोषणा की गई। इस सम्बंध में सात अक्टूबर 2023 को मंत्रिमण्डल द्वारा सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई और इन जिलों का क्षेत्राधिकार निर्धारण कर राज्य सरकार को अनुशंसा प्रदान करने के लिए उच्च स्तरीय समिति के गठन (जिला गठन) का निर्देश दिया गया।
मालूम हो कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले घोषित तीन नए जिले मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामन सिटी की अधिसूचना भी अटक गई है। ऐसे में इन तीन जिलों के भविष्य के पर तलवार लटक रही है।
राजस्व मंत्री ने सदन को बताया कि इस सम्बंध में उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसा प्राप्त नहीं होने से राजस्व विभाग द्वारा घोषित इन जिलों के संबंध में अधिसूचना जारी नहीं की गई।
उनका कहना था कि उक्त घोषित जिलों के गठन व सीमांकन करने या नहीं करने के संबंध में उच्च स्तर पर विचार-विमर्श किए जाने उपरांत ही निर्णय लिया जाना सम्भव होगा। राजस्व विभाग के 18 दिसंबर 2023 के आदेश के तहत इस उच्च स्तरीय समिति (जिला गठन) को समाप्त किया जा चुका है।
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गौरतलब है कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश में जिलों की संख्या को 33 से बढ़ाकर 50 कर दिया गया था। प्रदेश में 17 नए जिले बालोतरा, ब्यावर, अनूपगढ़, डीडवाना (कुचामन), डीग, दूदू, गंगापुर सिटी, जयपुर ग्रामीण, कोटपूतली (बहरोड़), खैरथल, नीमकाथाना, फलौदी, सलूंबर, सांचोर, जोधपुर ग्रामीण, केकड़ी, शाहपुरा शामिल किए गए।