-प्रधानमंत्री मोदी ने की मंदिर परिक्षेत्र के पुनर्विकास कार्य की लाँचिंग
बूंदी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरूवार को जम्मू-कश्मीर से वर्चुअल माध्यम से बूंदी के भगवान केशवरायजी मंदिर परिक्षेत्र पुनर्विकास कार्य की वर्चुअल लाँचिंग (Virtual launching of Bundi’s Lord Keshavraiji Temple area redevelopment work.) की। कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी उपस्थित रहे, जबकि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। पुनर्विकास कार्य की वर्चुअल लाँचिंग से पूर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की भगवान केशवरायजी मंदिर में गहरी आस्था है। उन्हीं के विजन से मंदिर परिक्षेत्र के पुनर्विकास का पहला चरण प्रारंभ हो रहा है। आजादी के बाद नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने इस मंदिर के पुनर्विकास की चिंता की। करीब 18 करोड़ रूपए की लागत से पहले चरण के कार्य पूरे होने के बाद मंदिरा परिक्षेत्र का एक नया स्वरूप नजर आएगा। दूसरे चरण के कार्य होने के बाद यह स्थान देश के आध्यात्मिक पर्यटन के नक्शे पर प्रमुखता से अपनी जगह बनाएगा।
स्पीकर बिरला ने कहा कि केशवरायपाटन विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव के विकास की कार्ययोजना बनाई गई है। हमारी कोशिश रहेगी कि आने वाले समय में योजना बनाकर इतने काम करवाए जाएं कि पांच साल बाद कोई सार्वजनिक समस्या को लेकर ज्ञापन नहीं दे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सनातन धर्म, सभ्यता और सांस्कृतिक परम्परा को पूरी दुनिया में फिर से स्थापित कर रहे हैं। एक तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पुरातन आध्यात्मिक स्थलों का पुनरूद्धार भी हो रहा है। राज्य सरकार द्वारा संकल्प पत्र 2023 को धरातल पर उतारने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार ने प्रदेश के 20 मन्दिरों और आस्था धामों के विकास कार्यों के लिए आगामी वर्ष में 300 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया है। साथ ही सरकार दूसरे राज्यों के साथ मिलकर पर्यटन को बढ़ावा देने वाली योजनाओं पर भी काम कर रही है, जिससे पर्यटन उद्योग के विकास को गति मिलेगी।
कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल, प्रधान वीरेंद्र सिंह हाड़ा, पुर्व जिलाध्यक्ष छीतर लाल राणा, योगेन्द्र श्रृंगी, अमरीश व्यास, अतिरिक्त जिला कलक्टर घनश्याम शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा, उपखण्ड अधिकारी दीपक महावर, भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के निदेशक रोशन थॉमस, उपनिदेशक पर्यटन विभाग कोटा विकास पांडया, अतिरिक्त निदेशक राकेश शर्मा, सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेमशंकर सैनी सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
पंचकोसी परिक्रमा पर भी होगा काम
बिरला ने कहा कि केशवरायपाटन की धरती आध्यात्मिकता की धरती है। यहां केशवरायजी के मंदिर के अलावा मुनि सुव्रतनाथजी दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, जम्बू मार्गेश्वर मंदिर, राज-राजेश्वर महादेव, चार भुजानाथ जी मंदिर तथा मात्रा-हनुमान मंदिर भी हैं। केशवरायटपान के लोग अब पंच कोसी परिक्रमा पथ की मांग कर रहे हैं। इसके लिए भी अध्ययन करवाया जाएगा।
केपाटन क्षेत्र की पेयजल समस्या होगी दूर
स्पीकर बिरला ने कहा कि नौनेरा बांध पूरा होने के बाद केशवरायपाटन, कापरेन, लाखेरी, इंग्रगढ़ में घर-घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। प्रधानमंत्री मोदी के विजन से घर-घर शौचालय बन चुके हैं। जल्द ही सभी वंचितों के अपने आवास होंगे। उनमें बिजली कनेक्शन तथा उज्ज्वला योजना से गैस होगी। प्रधानमंत्री मोदी की ओर से राशन भी मुफ्त मिलेगा। इससे उनके जीवन में सुधार आएगा।
प्रोजेक्ट अटकाने से हुआ नुकसान
स्पीकर बिरला ने कहा कि राजस्थान की पिछली सरकार ने केशवरायपाटन प्रोजेक्ट को बहुत अटकाया। कई बार कहने पर भी डीपीआर नहीं बनवाई, ऐसे में केंद्र सरकार के माध्यम से डीपीआर तैयार करवानी पड़ी। नौनेरा बांध से जुड़े टेंडर भी अटकाए गए। इस तरह कई काम अटकने से प्रदेश को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा।