बीकानेर। राजस्थान श्रीडूंगरगढ़ के रीड़ी गांव में आयोजित कांग्रेस के बड़े किसान सम्मेलन के दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के एक बयान ने राजस्थान की सियासत में तहलका मचा दिया है। कांग्रेस द्वारा अपनी ताकत दिखाने के लिए इस किसान सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें भारी संख्या में किसान और स्थानीय लोग शामिल हुए।
डोटासरा का चौंकाने वाला बयान-
कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति और किसानों के उत्साह के बीच गोविंद सिंह डोटासरा ने बड़ा सियासी बयान दिया। उन्होंने कहा, दिल्ली से जो पर्ची आई थी, उससे किरोड़ी लाल मीणा खुश नहीं हैं और वो उसे बदलना चाहते हैं। इस बयान के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। डोटासरा का यह इशारा राजस्थान बीजेपी के प्रमुख नेताओं की ओर था।
बीजेपी की मुश्किलें बढ़ी-
डोटासरा ने राजस्थान बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि राज्य की बीजेपी सरकार पिछले 9 महीनों में एक भी बड़ा फैसला नहीं ले पाई है। उनका यह बयान बीजेपी के अंदरुनी मसलों को उजागर करता है, जहां नेतृत्व को लेकर असंतोष की खबरें सामने आती रही हैं।
सीएम भजनलाल शर्मा को लेकर चर्चा-
डोटासरा के बयान के बाद सियासी गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि उनका यह बयान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेकर है। जब सरकार बनी थी, तब ऐसी अफवाहें थीं कि दिल्ली से आई पर्ची में भजनलाल शर्मा का नाम था। अब किरोड़ी लाल मीणा के असंतोष की चर्चा ने इस अफवाह को और हवा दे दी है।
किसान सम्मेलन- कांग्रेस की शक्ति प्रदर्शन
इस किसान सम्मेलन के जरिए कांग्रेस ने एक बार फिर अपनी राजनीतिक शक्ति का प्रदर्शन किया। रीड़ी गांव के सरपंच हेतराम जाखड़ की अगुवाई में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां डोटासरा ने खेल मैदान का उद्घाटन भी किया।
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सम्मेलन में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, जिनमें पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल, सांसद राहुल कस्वां, सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल, रतनगढ़ विधायक पूसाराम गोदारा और जिलाध्यक्ष बिशनाराम सियाग शामिल थे। डोटासरा के बयान के बाद से राजस्थान की राजनीति में नई सियासी खींचतान की शुरुआत हो चुकी है।