बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी इन दिनों एक्शन मोड में हैं। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के उद्देश्य से उन्होंने ‘नवो बाड़मेर अभियान’ की शुरुआत की है। इसी अभियान के तहत बुधवार सुबह 8 बजे से प्रमुख सड़कों पर एक मेगा सफाई अभियान चलाया गया। खास बात यह रही कि कलेक्टर टीना डाबी खुद सड़कों पर उतरीं और सफाई व्यवस्था का जायजा लिया।
कलेक्टर टीना डाबी (IAS Collector Tina Dabi) ने शहर के प्रमुख अहिंसा सर्कल से लेकर राजकीय अस्पताल तक सफाई अभियान की निगरानी की। इस दौरान उन्होंने सड़क किनारे दुकानों और ठेलों के संचालकों को अपनी-अपनी दुकानों के सामने सफाई सुनिश्चित करने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अगली बार सफाई की कमी पाई गई तो दुकानदारों पर जुर्माना लगाया जाएगा और ठेले भी जब्त किए जा सकते हैं।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान पारंपरिक तरीकों से अलग, माइक हाथ में लेकर सीधे सफाईकर्मियों, अधिकारियों और सफाई में सहयोग कर रहे लोगों को निर्देश दिए। उन्होंने लगातार गंदगी न फैलाने की हिदायत दी और जहां-जहां सफाई ठीक से नहीं हुई, वहां सुधार के आदेश दिए। साथ ही जहां सफाई बेहतर तरीके से की गई, वहां लोगों की सराहना भी की।
टीना डाबी, जो कि देश की सबसे चर्चित आईएएस अफसरों में से एक हैं, ने बाड़मेर की कलेक्टर बनने के बाद से ही जिले की तस्वीर बदलने की ठानी है। उन्होंने ‘नवो बाड़मेर’ अभियान (‘Navo Barmer’) campaignके तहत बाड़मेर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने का लक्ष्य (Aim to make the city clean and beautiful) निर्धारित किया है, जो 2 अक्टूबर तक चलेगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शहर की सड़कों को कचरा और गंदगी मुक्त बनाना है, जिसमें आम जनता की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है।
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कलेक्टर टीना डाबी का मानना है कि जब तक शहरवासी सफाई को अपनी आदत में नहीं ढाल लेते, तब तक बदलाव संभव नहीं है। उनके अनुसार, किसी भी आदत को बनने में 90 दिन लगते हैं, और इसीलिए यह अभियान 90 दिनों तक चलेगा ताकि स्वच्छता एक आदत बन सके। उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि वे शहर को अपना घर समझें और उसकी सफाई की जिम्मेदारी उठाएं, क्योंकि अपने घर को साफ-सुथरा रखना शर्म की बात नहीं है।