बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक अनोखा मामला (Curious Case) सामने आया, जब जिला कलक्टर टीना डाबी (District Collector Tina Dabi) की रात्रि चौपाल के दौरान एक फरियादी ने ऐसी मांग कर डाली जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। यह घटना तब हुई जब बाड़मेर के जोरापुर गांव का निवासी मांगीलाल अपनी अनोखी समस्या लेकर डीएम के पास पहुंचा। चौपाल में मौजूद अधिकारी और अन्य लोग उस समय चौंक गए जब मांगीलाल ने अपनी मांग रखते हुए डीएम से घर आने-जाने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था करने का अनुरोध (Request to DM to arrange helicopter for commuting home) किया। उसकी इस मांग को सुनकर डीएम टीना डाबी और प्रशासनिक अधिकारी कुछ क्षण के लिए अवाक रह गए लेकिन बाद में मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
मंगलवार रात को बाड़मेर की जिला कलक्टर टीना डाबी ने अटल सेवा केंद्र में रात्रि चौपाल आयोजित की थी, जिसमें वह ग्रामीणों की समस्याएं सुन रही थीं। इसी दौरान मांगीलाल ने अपनी शिकायत रखते हुए बताया कि उसके खेत में बने घर का आने-जाने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो चुका है क्योंकि अन्य लोगों ने उस रास्ते पर अतिक्रमण कर खेती करना शुरू कर दिया है। ऐसे में उसके पास अपने घर जाने के लिए कोई रास्ता नहीं बचा है।
मांगीलाल ने डीएम से कहा कि यदि प्रशासन उसके लिए रास्ता उपलब्ध नहीं करा सकता तो उसे आने-जाने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था करनी चाहिए। यह सुनकर डीएम और प्रशासन के अन्य अधिकारी हैरान रह गए। हालांकि, डीएम टीना डाबी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल उपखंड अधिकारी (एसडीएम) को मौके का निरीक्षण कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बुधवार को एसडीएम बद्रीनारायण ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पाया कि कच्ची सड़क पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से खेती कर रास्ता पूरी तरह से बंद कर दिया है। इस कारण मांगीलाल सहित अन्य ग्रामीणों को अपने घरों तक पहुंचने में परेशानी हो रही थी। निरीक्षण के बाद एसडीएम ने अतिक्रमण करने वालों को नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर रास्ता खाली करने का निर्देश दिया।
एसडीएम बद्रीनारायण ने बताया कि जिस व्यक्ति पर अतिक्रमण करने का आरोप है वह एक सरकारी शिक्षक है। प्रशासन ने पहले भी इस रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराया था, लेकिन कुछ समय बाद वहां फिर से खेती शुरू कर दी गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि यह अतिक्रमण दूसरी बार किया गया है, इसलिए संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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यह घटना प्रशासन और ग्रामीणों के बीच संवाद की अनूठी मिसाल पेश करती है। जहां एक ओर मांगीलाल की मांग अजीब और चौंकाने वाली थी, वहीं यह ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुविधाओं की कमी और अतिक्रमण जैसी गंभीर समस्याओं की ओर भी इशारा करती है। प्रशासन की तत्परता से किए गए इस हस्तक्षेप के बाद उम्मीद है कि मांगीलाल सहित अन्य प्रभावित ग्रामीणों को राहत मिलेगी और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।